इस्लामाबाद : अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़ती सक्रियता के बीच सवाल पाकिस्तान की भूमिका को लेकर भी उठ रहे हैं। पाकिस्तान पर तालिबान को बढ़ावा देने का आरोप लगता रहा है और खुद अफगान नेतृत्व ने कई मौकों पर इसका खुलासा किया है। हाल ही में सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान भी अफगान राजनयिक ने बताया कि पाकिस्तान किस तरह अफगानिस्तान में कहर बरपा रहे तालिबान के लिए सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है।
तालिबान को 'मदद' को लेकर पोल खुलने और चौतरफा घिरने के बाद पाकिस्तान ने अब पड़ोसी देशों पर ठीकरा फोड़ना शुरू कर दिया है और भारत के खिलाफ भी बोलना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान का कहना है कि तालिबान को मदद मुहैया कराने और युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में बिगड़ते सुरक्षा हालात को लेकर 'पड़ोसी देशों' में सक्रिय सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिये उसे 'बदनाम' करने की कोशिश की जा रही है।
भारत पर फोड़ा ठीकरा
पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) मुईद युसूफ ने बुधवार को इस आशय का आरोप लगाया और कहा, 'अफगानिस्तान की नाकामियों के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने की कोशिशें की जा रही हैं। जैसे-जैसे तालिबान के हमले तेज होते जा रहे है, उसका दोष पाकिस्तान पर मढ़ने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं। पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए अफगान और भारतीय अकाउंटों का इस्तेमाल किया जा रहा है।'
पाकिस्तान के NSA का यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि हाल ही में भारत की अध्यक्षता में हुई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में अफगान राजनयिक ने कहा था कि तालिबान को पाकिस्तान न केवल सुरक्षित पनाहगाह मुहैया करा रहा है, बल्कि जंगी मशीनों तक की आपूर्ति कर रहा है। इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अफगानिस्तान में मारकाट मचा रहे तालिबान की खुलकर पैरवी करते हुए कहा था कि तालिबान कोई सैन्य संगठन नहीं है, बल्कि वे भी आम लोग हैं। तब भी पाकिस्तान की खूब फजीहत हुई थी।