ह्यूस्टन : अमेरिका में 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 50,000 से अधिक भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करेंगे, लेकिन इस कार्यक्रम से पहले ही ह्यूस्टन में एक उष्णकटिबंधीय तूफान ने भारी तबाही मचाई है। इसके कारण टेक्सास के कई हिस्सों में गवर्नर को आपातकाल घोषित करना पड़ा है।
'ट्रॉपिकल डिप्रेशन इमेल्डा' गुरुवार को टेक्सास पहुंचा, जिसके कारण यहां भारी बारिश हुई, बिजली आपूर्ति ठप हो गई और टेक्सास में लोगों को घरों के भीतर रहने की हिदायत दी गई। टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने दक्षिण पूर्वी टेक्सास की 13 काउंटी में आपातकाल की घोषणा कर दी है। एबॉट ने कहा, 'यह बहुत तेजी से हुआ। यह दर्शाता है कि जलवायु परिवर्तन वास्तविक है। हमें केवल तूफान को लेकर चिंतित नहीं होना चाहिए। हमें हर प्रकार की मौसम प्रणाली को लेकर चिंतित होना चाहिए, जो कभी भी बड़े तूफान में बदल सकती है और भारी बारिश कर सकती है।'
राष्ट्रीय मौसम सेवा ने बताया कि जिन इलाकों में सर्वाधिक बारिश हुई है, वहां अब इसमें कमी आ रही है लेकिन फोर्ट बेंड, हैरिस और गालवेस्टन काउंटी के कुछ इलाकों में हर घंटे दो से तीन इंच की अतिरिक्त बारिश हो रही है। इसके बावजूद 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम के आयोजकों का हौसला अब भी बुलंद है और उन्हें भरोसा है कि एनआरजी स्टेडियम में आयोजित होने वाले 'हाउडी मोदी' में आने वाले सभी लोगों के लिए यह कार्यक्रम ऐसा अनुभव होगा जिसे वे जीवन भर अपनी यादों में संजोकर रखेंगे।
आयोजन में मदद करने वाले एक स्वयंसेवक अचलेश अमर ने 'पीटीआई' को बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 1500 से अधिक स्वयंसेवी दिन-रात काम कर रहे है। उन्होंने कहा, 'रविवार को शानदार कार्यक्रम होगा।' आयोजकों ने कहा, 'यह एक परिवार के जश्न की तरह होगा। हम यह कहना चाहते हैं, 'यहां हमारे समुदाय को देखो। हम सफल हैं। हम मजबूत हैं। हमने ह्यूस्टन के लिए अच्छा काम किया है।'
'इंडो अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉर्म्स ऑफ ग्रेटर ह्यूस्टन' के अध्यक्ष स्वप्न धैर्यवान ने कहा कि उन्होंने देखा है कि ह्यूस्टन के मेयर सिल्वेस्टर टर्नर की नवंबर 2018 की भारत यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों में कितनी मजबूती आई थी। उन्होंने भरोसा जताया कि मोदी की ह्यूस्टन की यात्रा और ट्रम्प एवं शीर्ष सीईओ से उनकी मुलाकातों से 'ह्यूस्टन के तीन अहम क्षेत्रों तेल एवं गैस, स्वास्थ्य सेवा एवं नवोन्मेष में कारोबार के अवसरों को बढ़ाने के नए अवसर पैदा होंगे।'