- रूस और यूक्रेन के बीच जंग भी जारी है और बातचीत भी चल रही है
- रूस-यूक्रेन के बीच अगले दौर की वार्ता पोलैंड-बेलारूस सीम पर होगी
- यूरोपीय संघ में शामिल होने के लिए जेलेंस्की ने आवेदन पर हस्ताक्षर किए हैं
Ukraine Russia War : यूक्रेन और रूस के बीच जंग का आज छठवां दिन है, राजधानी कीव सहित कई शहरों में भीषण जंग जारी है। युद्ध के बीच दोनों देश बातचीत भी कर रहे हैं। यूक्रेन और रूस के बीच पहली दौर की वार्ता बेलारूस में हुई है, अब दूसरे दौर की वार्ता पोलैंड-बेलारूस सीमा पर होनी है। इन सबके बीच एक बड़ा घटनाक्रम हुआ है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूरोपीय संघ (ईयू) की सदस्यता के लिए आवेदन पर हस्ताक्षर किए हैं। जेलेंस्की ने इसकी जानकारी खुद दी है।
जेलेंस्की ने साझा की तस्वीरें
यूक्रेनी संसद के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर जेलेंस्की ने कहा, 'राष्ट्रपति ने यूरोपीय संघ की सदस्यता के लिए आवेदन पर हस्ताक्षर किए हैं।' समझा जाता है कि यूक्रेन के इस कदम से रूस और भड़क सकता है। इससे पहले दिन में जेलेंस्की ने यूक्रेन को ईयू में शामिल करने की अपील की। जेलेंस्की ने अपनी कुछ तस्वीरें साझा की हैं, जिनमें वह आवेदन पर हस्ताक्षर करते नजर आ रहे हैं। जेलेंस्की के कार्यालय ने कहा कि आवेदन को ब्रसेल्स भेजा गया है, जहां 27 सदस्यीय यूरोपीय संघ का मुख्यालय है।
यूक्रेन को 5 दिन बाद भी नहीं झुका पाए पुतिन,जेलेंस्की की ये रणनीति पड़ रही है रूस पर भारी !
यूक्रेन को हथियार भेजेगा ब्रसेल्स
'द' हिल की रिपोर्ट के मुताबिक एक वीडियो संदेश में जेलेंस्की ने कहा, 'हमारा लक्ष्य सभी यूरोपीय देशों के साथ एकजुट होना है। इससे भी बढ़कर कि हम एक समान बन जाएं।' इस बीच यूरोपीय संघ के विदेश नीति के प्रमुख जोसेफ बोरेल ने कहा कि ब्रसेल्स अतिरिक्त सैन्य हथियार यूक्रेन को भेजने वाला है। रूस के साथ जंग में यूरोपीय देश यूक्रेन को हथियार उपलब्ध करा रहे हैं जबकि अमेरिका आर्थिक सहायता दे रहा है।
Russia Ukraine:क्या यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की हत्या के लिए रूस ने भेजे खूंखार भाड़े के हत्यारे!
पहले दौर की वार्ता 5 घंटे चली
रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों के बीच सोमवार को करीब पांच घंटे तक वार्ता चली। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के शीर्ष सलाहकार मिखाइलो पोडोलिक ने वार्ता के संबंध में अधिक विवरण साझा किए बिना कहा कि बातचीत संभावित संघर्ष-विराम पर केंद्रित रही और निकट भविष्य में दूसरे दौर की वार्ता हो सकती है। बातचीत के बावजूद युद्ध में कोई कमी नहीं देखी जा रही है। खबर है कि रूसी सेना की बख्तरबंद गाड़ियां कीव की तरफ बढ़ी हैं। कीव में दाखिल होने के लिए रूस की सेना ने अपने हमले तेज किए हैं।