- यूक्रेन के डिप्टी विदेश मंत्री ने पहले दावा किया कि उनका विमान काबुल से हाईजैक हो गया
- बाद में यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने हाईजैक की बात से इंकार किया, कहा-सभी प्लेन वापस आए
- ईरान ने भी प्लेन को अपने यहां लाए जाने की रिपोर्टों से इंकार किया, काबुल से अपने लोगों को निकाल रहे हैं देश
काबुल : यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने काबुल से अपना विमान हाईजैक होने की खबर से इंकार किया है। यूक्रेन का कहना है कि उसके सभी प्लेन वापस आ गए हैं। उसके किसी भी विमान का अपहरण नहीं हुआ है। इसके पहले यूक्रेन के डिप्टी विदेश मंत्री येवगेनी येनिन ने यूक्रेन के एक प्लेन को हाईजैक होने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस विमान को हाईजैक कर ईरान ले जाया गया। हालांकि, डिप्टी विदेश मंत्री के इस दावे को ईरान ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि उसके यहां यूक्रेन का विमान नहीं लाया गया। इससे पहले रूस की समाचार एजेंसी तास ने येनिन के हवाले से कहा कि इस विमान में यूक्रेन के 31 नागरिक सहित 83 लोग सवार थे जिन्हें हथियारबंद लोगों ने अगवा कर लिया।
ईरान ने विमान को हाईजैक कर अपने यहां लाए जाने की रिपोर्ट खारिज की
प्लेन हाईजैकिंग के इस पूरे मामले पर ईरान के उड्डयन मंत्रालय के प्रमुख की ओर से बयान जारी किया गया है। बयान में कहा गया है कि अफगानिस्तान से आए यूक्रेन के एक विमान में मसहद में ईंधन भरा गया। इसके बाद विमान कीव के लिए रवाना हो गया। हम सुरक्षा अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं। विमान सुरक्षित कीव में उतर गया है।
डिप्टी विदेश मंत्री ने क्या कहा
यूक्रेन के डिप्टी विदेश मंत्री ने दावा किया कि हाईजैकर्स हथियारों से लैस थे। विमान में यूक्रेन के 31 नागरिक सहित 83 लोग सवार थे। तास की रिपोर्ट के मुताबिक येनिन ने कहा, 'गत रविवार को हमारे विमान को कुछ लोगों ने हाईजैक कर लिया। मंगलवार को इस विमान को हमसे चुरा लिया गया। इस विमान में अज्ञात यात्री सवार थे जो यूक्रेन के लोगों को एयरलिफ्ट करने की जगह इसे लेकर ईरान गए। हमारे लोगों के काबुल एयरपोर्ट तक नहीं पहुंच पाने की वजह से लोगों के निकालने के हमारे तीन प्रयास भी असफल हो गए है।'
काबुल से प्लेन को कीव जाना था
तास की रिपोर्ट के मुताबिक डिप्ट मिनिस्टर ने हालांकि यह नहीं बताया है कि प्लेन के साथ आखिर हुआ क्या और कीव इस विमान को दोबारा हासिल करने के लिए कौन सा प्रयास कर रहा है। रिपोर्टों के मुताबिक गत रविवार को यूक्रेन के 31 नागरिक सहित 83 लोग अफगानिस्तान से निकलने के लिए एक सैन्य परिवहन विमान में सवार हुए। इन्हें काबुल से यूक्रेन की राजधानी कीव आना था।
देश चला रहे हैं रेस्क्यू ऑपरेशन
अफगानिस्तान में तालिबान का नियंत्रण हो जाने के बाद वहां के हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। अफगानिस्तान के लोग देश छोड़कर अन्य देशों में शरण ले रहे हैं। दुनिया के देश अपने फंसे हुए नागरिकों को वहां से निकाल रहे हैं। देशों की तरफ से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। अमेरिका ने 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिकों को वापस बुलाने की अंतिम तिथि तय की है।