- रूस और यूक्रेन के बीच दो महीने बाद भी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है
- कूटनीतिक एवं राजनीतिक प्रयासों के बाद अभी समस्या का हल नहीं निकल सका है
- यूएन प्रमुख पहले मास्को और फिर यूक्रेन की यात्रा करेंगे, पुतिन-जेलेंस्की से मिलेंगे
न्यूयॉर्क : संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटरेस 28 अप्रैल को यूक्रेन जाएंगे और राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की एवं विदेश मंत्री दमित्री कुलेबा से मुलाकात करेंगे। संयुक्त राष्ट्र प्रेस सेवा विभाग ने एक बयान में कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव अगले सप्ताह यूक्रेन के दौरे पर जाएंगे। वह विदेश मंत्री कुलेबा के साथ बैठक करेंगे। राष्ट्रपति जेलेंस्की 28 अप्रैल को महासचिव की अगवानी करेंगे। वह यूक्रेन में मानवीय सहायता तेज करने के लिए वहां काम कर रहीं संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों के साथ बैठक भी करेंगे।
मास्को भी जाएंगे गुटरेस
इससे कुछ घंटे पहले प्रेस सेवा विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि गुटरेस रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एवं विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ बातचीत करने के लिए 26 अप्रैल को मास्को का दौरा करेंगे। क्रेमलिन ने भी उनके इस दौरे की पुष्टि की है। क्रेमलिन की ओर से कहा गया है कि पुतिन और लावरोव वार्ता के लिए गुटरेस की मेजबानी करेंगे। बता दें कि गत मंगलवार को गुटरेस ने मानवीय मदद पहुंचाने के लिए यूक्रेन में चार दिनों के लिए युद्ध रोकने की अपील की। गुटरेस ने कहा कि युद्ध में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए मानव कॉरीडोर बनाने की जरूरत है।
'मानवीय कानून को दरकिनार कर दिया गया'
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से युद्ध अपराधों के सबूत सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही उसने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि मानवीय कानून को ‘दरकिनार कर दिया गया है।’ मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र की उच्चायुक्त मिशेल बाशेलेट ने कहा, ‘हमारे अब तक के काम में नागरिकों के खिलाफ उल्लंघनों की एक डरावनी कहानी सामने आयी है।’ उनके कार्यालय के यूक्रेन स्थित मिशन ने 24 फरवरी को युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 5,264 नागरिकों के हताहत होने की पुष्टि की है, जिसमें 2,345 मौतें शामिल हैं।
यूक्रेन को पटरी पर लाने के लिए हर महीने 7 बिलियन डॉलर की जरूरत-जेलेंस्की
यूएन मिशन को अब तक 75 आरोप प्राप्त हुए
संयुक्त राष्ट्र मिशन को रूसी सैनिकों द्वारा महिलाओं, पुरुषों, लड़कियों और लड़कों के खिलाफ यौन हिंसा के अब तक 75 आरोप प्राप्त हुए हैं, जिनमें से अधिकांश कीव क्षेत्र में हैं। मानवाधिकार कार्यालय ने कहा कि रूसी बलों और संबद्ध समूहों द्वारा नियंत्रित क्षेत्रों में नागरिकों को हिरासत में लेना "एक व्यापक चलन बन गया है" और अब तक ऐसे 155 मामले दर्ज किए गए हैं।