वाशिंगटन : पाकिस्तान ने मसूद खान को अमेरिका में अपने नए राजदूत के तौर पर नामांकित किया है, जिसे बाइडेन प्रशासन से मंजूरी मिल गई है। वह अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत के तौर पर डॉ. असद मजीद खान की जगह लेंगे। लेकिन अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत के तौर पर उनकी औपचारिक नियुक्ति पहले ही विवादों में घिर गई है। अमेरिका के सांसदों ने आतंकवाद से उनके संबंध की जांच कराने की मांग की है।
अमेरिका के तीन प्रभावशाली सांसदों ने राष्ट्रपति जो बाइडेन से अमेरिका में पाकिस्तान की ओर से नए राजदूत की ओर से मनोनीत मसूद खान और आतंक से उनके नाते को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आतंकवाद और इस्लामिक संगठनों से अमेरिका के नवनियुक्त राजदूत के रिश्तों की जांच कराने की मांग की है तो यह भी कहा कि 'मसूद खान अमेरिका में भारत को हाशिये पर लाने के पाकिस्तान के प्रयासों से करीबी रूप से जुड़े हुए हैं।'
सांसदों ने लिखा पत्र
अमेरिका के अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड, सांसद स्कॉट पेरी, डब्ल्यू ग्रेगरी स्ट्यूब और मैरी ई मिलर ने 9 मार्च को लिखे पत्र में कहा है कि सरकार पाकिस्तान की ओर से अमेरिका में राजदूत के तौर पर मनोनीत मसूद खान को लेकर विदेश एजेंट पंजीकरण कानून (FARA) के संभावित उल्लंघन की जांच करे। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से इसे अहम करार देते हुए पत्र में कहा गया है कि मसूद खान 'साफ तौर पर आतंकवादियों का समर्थन करते हैं।'
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इससे पहले एक प्रतिष्ठित अमेरिकी सांसद ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से मसूद खान का राजनयिक परिचय-पत्र खारिज करने और उन्हें 'आतंकवादियों का सच्चा हमदर्द' करार देने का अनुरोध किया था। मसूद खान को पाकिस्तान में इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार ने बीते साल नवंबर में अमेरिका में पाकिस्तान के नए राजदूत के तौर पर नामित किया था और पिछले ही महीने कहा था कि बाइडेन प्रशासन ने वाशिंगटन में नए PAK राजदूत के तौर पर मसूद खान के नामांकन को मंजूरी दे दी है।