- दुनिया के दो ताकतवर मुल्कों अमेरिका और चीन के शीर्ष नेताओं के बीच हुई मुलाकात
- वर्चुअल मीटिंग में अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से मिले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन
- दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर गहरे मतभेद हैं, इस बैठक पर है दुनिया भर की नजर
वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की सोमवार शाम अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग के साथ वर्चुअल बैठक हुई। इस बैठक में दोनों देशों ने साझा मुद्दों, आपसी संबंधों सहित रणनीतिक मुद्दों पर बातचीत की। इस बैठक के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी ने कहा कि अमेरिका और चीन को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए। दोनों देशों का सहयोग कुछ इस तरह का होना चाहिए कि दोनों 'लाभ' की स्थिति में रहें। चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों को केवल अपने घरेलू मुद्दों को ही नहीं सुलझाना चाहिए बल्कि वैश्विक जिम्मेदारियों को निभाने में भी एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए।
अमेरिका और चीन के बीच हैं गंभीर मतभेद
अमेरिका और चीन के शीर्ष नेताओं के बीच यह बैठक ऐसे समय हुई है जब कई मुद्दों पर दोनों देशों के बीच गंभीर मतभेद हैं। अमेरिका पिछले कुछ समय से कारोबार, सैन्य आक्रामकता एवं मानवाधिकारों को लेकर चीन पर हमला बोलता आया है। ताइवान के मसले पर भी चीन और अमेरिका के बीच तनातनी चल रही है। इस अहम बैठक से पहले राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दोनों देश 'खुलकर और ईमानदारी' के साथ बातचीत करेंगे। साथ ही अपने भविष्य के व्यवहार पर 'नियम' भी बनाएंगे।
अपनी प्राथमिकता स्पष्ट करेगा अमेरिका
गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक वर्चुअल बैठक शुरू होने से पहले अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच होने वाली यह बातचीत काफी अहम है। यह बैठक दो अहम क्षेत्रों में स्पर्धा के कुछ नियम तय करेगी। इनमें से पहला है कि स्पर्धा दोनों देशों को टकराव की तरफ न ले जाए। अधिकारी ने कहा, 'हम गलतफहमियों से बचने के लिए अपने इरादे एवं अपनी प्राथमिकता स्पष्ट कर देना चाहते हैं।'
बैठक को लेकर चीनी दूतावास ने जारी किया बयान
अधिकारी ने कहा कि दूसरी यह चीज कि वर्चुअल बैठक के जरिए राष्ट्रपति बाइडन को अपनी चीनी समकक्ष को यह बताने का मौका मिला है कि चीन अंतरराष्ट्रीय नियमों के हिसाब से बर्ताव करे जैसा कि दुनिया के अन्य देश करते हैं। दुनिया के दो सबसे बड़े ताकतवर नेताओं की वर्चुअल बैठक से पहले वाशिंगटन स्थित चीनी दूतावास ने बयान जारी किया। अपने बयान में दूतावास ने कहा, 'चीन उम्मीद करता है कि शांतिपूर्ण सहअस्तित्व एवं पारस्परिक सम्मान पर आधारित इस नए समय में दोनों देश एक साथ आगे बढ़ने की संभावनाओं तलाशेंगे।'