- विपक्ष का आरोप है कि बाइडेन प्रशासन की नीतियों की वजह से गोलीबारी की घटनाएं बढ़ी हैं।
- बाइडेन प्रशासन ने हाल ही में बड़े पैमाने पर गोलीबारी की घटनाओं को रोकने के लिए नए कदमों की घोषणा की है।
- 12 अप्रैल को न्यूयॉर्क के मेट्रो स्टेशन पर हुई गोलीबारी में 16 लोग घायल हो गए थे।
USA Mass Shooting: अमेरिका में हिंसक घटनाओं के आंकड़े हैरान करने वाले हैं। अकले 2022 में अमेरिका में सार्वजनिक स्थल पर गोलीबारी (Mass Shooting) करने के 140 मामले सामने आए है। जबकि इसी दौरान 5 सामूहिक हत्याओं (Mass Murder) की घटनाएं हुई हैं। इस बात का खुलासा रिसर्च ग्रुप गन वायलेंस आर्काइव (Gun Violence Archive) ने किया है। संगठन के अनुसार उसने यह आंकड़ा 7500 स्रोतों से इकट्ठा कर और उनकी जांच कर जारी किया है। बीते 12 अप्रैल को न्यूयॉर्क में ब्रुकलिन मेट्रो स्टेशन पर कई लोगों को गोली मार दी गई। इस गोलीबारी में 16 लोग घायल हो गए थे।
गरीबी और इन वजहों से बढ़े मामले !
अमेरिका में बड़े पैमाने पर गोलीबारी की घटनाओं को देखते हुए बंदूक नियंत्रण उपायों पर बहस फिर से शुरू हो गई है। बढ़ते मामले के लिए विपक्ष ने बाइडेन प्रशासन पर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि बंदूकों और दूसरे हथियारों की बिक्री और उपयोग को नियंत्रित करने वाले पर्याप्त कानून हैं।समस्या बंदूकें नहीं हैं, बल्कि बिडेन प्रशासन की खराब सामाजिक-आर्थिक नीतियां हैं, जिनके कारण अधिक गरीबी, लोगों के बेघर होने के मामले और सामाजिक विघटन बढ़ा है।
बाइडेन प्रशासन हाल ही में बड़े पैमाने पर गोलीबारी की घटनाओं को रोकने के लिए नए कदमों की घोषणा की है। जिसमें तथाकथित "घोस्ट गन" के प्रसार को रोकने का प्रस्ताव शामिल है। हालांकि, राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उन कठोर कार्रवाइयों को लागू नहीं किया है जिनका उन्होंने चुनावों के दौरान वादा किया था जैसे कि बंदूक खरीदार की पृष्ठभूमि की जांच करना और "असॉल्ट" राइफल्स पर प्रतिबंध लगाना शामिल था।
New York Shooting:पुलिस ने संदिग्ध फ्रैंक आर.जेम्स की पहचान की, बताया पर्सन ऑफ इंटरेस्ट
न्यूयार्क में क्या हुआ था
12 अप्रैल को न्यूयॉर्क में ब्रुकलिन के 36वें स्ट्रीट मेट्रो स्टेशन पर एक शख्स ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी थी। इस हमले में 16 लोग घायल हो गए थे। हमलावर मास्क लगाकर आया था। बाद में पुलिस ने इस मामले में हमलावर फ्रैंक आर.जेम्स को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के उसकी पहचान में मदद करने वालों को 50 हजार डॉलर ईनाम देने की भी घोषणा की थी।
(एजेंसी इनपुट)