- कुछ दिनों पहले भारत की एक मिसाइल पाकिस्तान में जाकर गिर गई
- भारत ने कहा कि ऐसा अनजाने में और तकनीकी खामी की वजह से हुआ
- अमेरिका का कहना है कि दुर्घटना की वजह से मिसाइल पाकिस्तान में गिरी
वाशिंगटन : पाकिस्तान में भारतीय मिसाइल गिरने की घटना पर अमेरिका ने भारत का समर्थन किया है। अमेरिका ने कहा है कि इस बात का कोई संकेत नहीं है कि भारत की तरफ से जानबूझकर मिसाइल दागी गई, बल्कि ऐसा अनजाने में और दुर्घटनावश हो गया। भारत ने शुक्रवार को कहा कि उसने दो दिन पहले एक मिसाइल दागी थी जो दुर्घटनावश पाकिस्तान के हिस्से में जाकर गिरी। भारत ने इस घटना पर अफसोस जताया और कहा कि मिसाइल के रखरखाव में तकनीकी खामी की वजह से ऐसा हुआ।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने जारी किया है बयान
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि इस बात का कोई संकेत नहीं है कि मिसाइल जानबूझकर चलाई गई। जैसा कि आपने हमारे साझीदार भारत का बयान भी देखा होगा कि मिसाइल तकनीकी खामी की वजह से पाकिस्तान के हिस्से में जाकर गिरी और भारत ने इस पर अफसोस भी जताया है। प्राइस ने कहा कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने नौ मार्च को इस घटना पर बयान जारी किया। इस बयान में बताया गया है कि आखिर क्या हुआ था। इससे ज्यादा हम इसके बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर सकते। इस घटना के बारे में आप भारतीय विदेश मंत्रालय से सवाल कर सकते हैं।
'तकनीकी खामी की वजह से पाकिस्तान में जा गिरी मिसाइल', भारत ने जताया खेद
इमरान खान बोले-हमने संयम बरता
भारत की मिसाइल गिरने की घटना ने पाकिस्तान में तूल पकड़ा है। पाकिस्तानी पीएम इमरान खान से लेकर उनके कई मंत्रियों ने बयान दिए हैं। इमरान ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान अपने पंजाब प्रांत में भारतीय मिसाइल के गिरने पर भारत को जवाब दे सकता था, लेकिन इसने संयम दिखाया। बता दें कि गत नौ मार्च को एक हथियार रहित भारतीय सुपरसोनिक मिसाइल पाकिस्तानी क्षेत्र में चली गई थी। इस मिसाइल के लाहौर से 275 किलोमीटर दूर मियां चन्नू के पास एक कोल्ड स्टोर पर गिरने से पहले कई एयरलाइनों के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया था। हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
भारत की तरफ से पाकिस्तान में दुर्घटनावश चली मिसाइल, PAK ने की संयुक्त जांच की मांग
मिसाइल गिरने पर संसद में बयान देंगे राजनाथ सिंह
वहीं, पाकिस्तान के विदेश कार्यालय (एफओ) ने कहा कि उसने नई दिल्ली को तथ्यों को स्थापित करने के लिए इस घटना की संयुक्त जांच का प्रस्ताव दिया है क्योंकि मिसाइल पाकिस्तानी क्षेत्र में गिरी थी। इस घटना पर भारत का कहना है कि नियमित रखरखाव अभियान के दौरान तकनीकी खराबी के कारण मिसाइल का प्रक्षेपण गलती से हो गया। भारत ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस घटना पर मंगलवार को संसद में बयान देंगे।