- दोनेत्स्क, लुहांस्क के बाद खेरसोन तीसरा इलाका होगा जिसे रूस स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता दे सकता है।
- रूस 2015 में क्रीमिया को कब्जे में कर चुका है। और अब पूर्वी यूक्रेन भी उसके कब्जे में आ सकता है।
- रूस समर्थन जुटाने के लिए इन इलाकों में जनमत संग्रह कराने की योजना बना रहा है।
Russia-Ukraine War: दो महीने से ज्यादा समय से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूस नई साजिश रच रहा है। इस बात का दावा शीर्ष अमेरिकी अधिकारी और यूरोप में सुरक्षा और सहयोग संबंधी संगठन के लिए अमेरिकी दूत माइकल कारपेंटर ने किया है। उनके अनुसार रूस इस माह पूर्वी यूक्रेन के बड़े हिस्से पर कब्जा करेगा और वह दक्षिणी शहर खेरसोन को स्वतंत्र गणराज्य के तौर पर मान्यता दे सकता है। अगर ऐसा होता है तो दोनेत्स्क, लुहांस्क के बाद खेरसोन तीसरा इलाका होगा जिसे रूस स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता देगा। इसके अलावा रूस 2015 में क्रीमिया को कब्जे में कर चुका है। और अब पूर्वी यूक्रेन भी उसके कब्जे में आ सकता है।
जनमत संग्रह की योजना
माइकल कारपेंटर का कहना है कि अमेरिका और अन्य देशों को जानकारी मिली है कि रूस दोनेत्सक और लुहांस्क क्षेत्र में दिखावटी जनमत संग्रह कराने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे संकेत मिले हैं कि रूस खेरसोन शहर में भी स्वतंत्र मतदान करा सकता है। जिसके आधार पर इन इलाकों को वह स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर सकता है। दोनेत्सक और लुहांस्क ऐसे क्षेत्र हैं, जहां पर शुरू से रूस के प्रति समर्थन रहा है। इसे देखते हुए माइकल कारपेंटर ने कहा है कि इस प्रकार के दिखावटी जनमत संग्रह, फर्जी मतदान को वैध नहीं माना जाएगा और न ही यूक्रेन के किसी क्षेत्र पर कब्जे की कोशिश को जायज माना जाएगा।
पूर्वी क्षेत्र में यह काम कर रहा है रूस
माइकल कारपेंटर ने हालांकि इस बात की विस्तृत जानकारी नहीं दी है कि किन सूचनाओं और ठोस सबूतों के आधार पर इस प्रकार का आकलन किया गया है। हालांकि ये सूचनाएं पहले से ही आ रही हैं कि रूस पूर्वी तथा दक्षिण के उन क्षेत्र पर अपनी पकड़ को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है जो उसके कब्जे में आ चुके हैं। कारपेंटर ने कहा कि ऐसे सबूत हैं कि कुछ स्थानीय मेयर और नेताओं को अगवा किया गया है, इंटरनेट तथा फोन सेवाओं को बंद किया गया है और वहां के स्थानीय स्कूलों में रूसी पाठ्यक्रम जल्द लागू करने की तैयारी है।