नई दिल्ली : अमेरिका में उप राष्ट्रपति पद की टिकट पाने वाली कमला हैरिस पहली एशियन अमेरिकी उम्मीदवार बन गई हैं। अपनी उम्मीदवारी से ही उन्होंने अमेरिका से लेकर भारत तक इतिहास रच दिया है। उन्हें डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने मंगलवार को इसक लिए चुना। अमेरिकी प्रेसीडेंशियल टिकट पाने वाली वे पहली एशियन अमेरिकन महिला हैं।
आपको बता दें कि उनकी माता भारतीय हैं जो चेन्नई की रहने वाली थीं। उनकी माता का नाम श्यामला गोपालन हैरिस थी। वे एक कैंसर रिसर्चर थीं जिनकी मौत 2009 में हो गई थी। वहीं उनके पिता जमैकियन हैं जिनका नाम डोनाल्ड हैरिस है वे स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं।
जब कमला हैरिस और उनके भाई दोनों छोटे थे उसी समय उनके माता-पिता अलग हो गए थे। कमला अपनी माता के ही साथ बचपन से रहीं और यही कारण है कि उनके ऊपर उनकी माता का बचपन से काफी प्रभाव पड़ा है।
अमेरिका में ऐसे समय में उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए उनका सेलेक्शन काफी आश्चर्यजनक है जबकि वहां पर हाल ही में काफी नस्लभेदी घटनाएं घटी हैं। इसके लिए जो बिडेन की काफी तारीफ हो रही है जिन्होंने उन्हें कलर और जेंडर से उपर उठकर इस पद के लिए एक महिला का नाम चुना है।
बताया जाता है कि हैरिस जो अमेरिकी सीनेट के इतिहास की दूसरी ब्लैक वूमेन बन गई है वे लिस्ट में हमेशा टॉप पर थीं। शुरू से ही इस लिस्ट में टॉप पर रहीं कमला हैरिस हमेशा से अमेरिका में लो प्रोफाइल रहीं। वे पुलिस सुधार और सोशल जस्टिस को लेकर हमेशा मुखर रहीं।
सीनेट में भी वे हमेशा रिपब्लिकन प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना करने से नहीं घबराईं और सीनेट के भीतर पार्टी की खुलकर आलोचना भी करने के लिए जानी जाती हैं। हैरिस इस उम्मीदवारी को पाने के साथ ही पहली इंडियन- अमेरिकन डेमोक्रैट भी बन गई हैं।
आपको बता दें कि हैरिस सैन फ्रांसिस्को में डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के तौर पर भी अपनी सेवा दे चुकी हैं। हैरिस ने 2017 में कैलिफोर्निया से अमेरिकी सीनेटर की शपथ ली थी। वे होमलैंड सिक्योरिटी एंड गवर्नमेंट अफेयर्स कमिटी, सेलेक्ट कमिटी इंटेलीजेंस, कमिटी ऑन ज्यूडिशियरी, कमिटी ऑन द बजट में रह चुकी हैं। वे ओकलैंड में पील बढ़ी हैं। उन्होंने ग्रैजुएशन की पढ़ाई हॉवर्ड यूनिवर्सिटी से की जबकि लॉकी पढ़ाई यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से की।