- रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई जारी
- ईस्टर पर शांति के प्रस्ताव को रूसे ने नकारा- जेलेंस्की
- रूसी आक्रमण की वजह से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था तबाह
विश्व बैंक ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध में लगभग दो महीने, युद्ध प्रभावित देश को लगभग 60 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास ने गुरुवार को कहा कि युद्ध अभी भी जारी है और उसकी वजह से अलग तरह की चुनौतियां सामने आ रही हैं। इस बीच क्रेमलिन ने ईस्टर के लिए शांति के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि वह शांति के लिए आशान्वित है। घाटे के बीच अर्थव्यवस्था को बचाए रखने के लिए, जेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेन को एक महीने में 7 बिलियन अमरीकी डालर की सहायता की आवश्यकता है।
यूक्रेन को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहा है रूस
रूसी सेना का मकसद यूक्रेन में उन सभी वस्तुओं को नष्ट करना है जो जीवन के लिए आर्थिक आधार के रूप में काम कर सकती हैं। इसमें रेलवे स्टेशन, खाद्य गोदाम, तेल, रिफाइनरियां शामिल हैंं। जेलेंस्की ने विश्व बैंक और आईएमएफ के नेताओं को वीडियो लिंक के माध्यम से इस संबंध में जानकारी दी।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार को यूक्रेन की मदद के लिए 1.3 अरब डॉलर की अतिरिक्त सहायता, हथियार और आर्थिक सहायता की घोषणा की। बता दें कि इसमें 80 करोड़ डॉलर की सैन्य सहायता शामिल है। अमेरिकी राष्ट्रपति को शुक्रिया करते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति ने ट्वीट किया कि वो रूसी आक्रमण के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन के लोगों का समर्थन करने के लिए POTUS और अमेरिकी लोगों के आभारी हैं। इस मदद की आज पहले से कहीं अधिक आवश्यकता है।
यूक्रेनी अधिकारी ने बताया- कीव मुर्दाघर में 1020 नागरिकों के शव हैं
रूस को एक बार फिर साबित करेंगे गलत
बिडेन ने ट्वीट किया रूसी राष्ट्रपति शर्त लगा रहे हैं कि "पश्चिमी एकता टूट जाएगी और एक बार फिर हम उन्हें गलत साबित करने जा रहे हैं। व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन के प्रमुख बंदरगाह शहर मारियुपोल में जीत का दावा किया जो लगभग आठ सप्ताह से घेरे में है। ऐसे समय में जब 2,000 से अधिक यूक्रेनी सैनिक अभी भी एक स्टील प्लांट में छिपे हुए थे। मारियुपोल से निकली दहशत की कहानियों ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। मारियुपोल के मेयर वादिम बॉयचेंको ने दावा किया है कि शहर में मारे गए नागरिकों के लगभग 9,000 शवों को डोनेट्स्क के टूटे हुए राज्य में ले जाया गया और वहां सामूहिक कब्रों में दफनाया गया।