No-confidence motion Against Pakistan PM Imran Khan Live Updates: पाकिस्तान की सियासी हलचल पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। इससे पहले सोमवार को सुनवाई हुई थी। इमरान सरकार के भविष्य को लेकर कोर्ट में फैसला हो सकता है। इन सबके बीच पाकिस्तान के एनएसए ने इस्तीफा दे दिया है। उधर पाकिस्तानी सेना ने कहा कि सियासी घटनाक्रम से हमारा लेना-देना नहीं है। वहीं इमरान खान अब तक 5 वीं बार देश को संबोधित कर चुके हैं। पाकिस्तान के विपक्षी नेता शहबाज शरीफ ने इमरान पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि इमरान देश में लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं। कल इमरान सरकार के खिलाफ लाए अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो चुका है।
अमेरिका ने कहा है कि वह पाकिस्तान में संवैधानिक और लोकतांत्रिक सिद्धांतों को शांतिपूर्ण तरीके से बरकार रखने का समर्थन करता है।विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “जैसा कि पिछले सप्ताह मैंने कहा था, हम पाकिस्तान में संवैधानिक और लोकतांत्रिक सिद्धांतों को शांतिपूर्ण तरीके से बरकरार रखने का समर्थन करते हैं।”प्राइस ने कहा, “यह स्थिति दुनिया के हर देश में है। हम किसी राजनीतिक दल के ऊपर किसी अन्य दल का समर्थन नहीं करते। हम बड़े सिद्धांतों का समर्थन करते हैं, हम कानून के शासन तथा कानून के तहत समान न्याय के सिद्धांत का समर्थन करते हैं।”
प्राइस ने दोहराया कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है कि अमेरिका पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है और उसने प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार को गिराने का प्रयास किया।हडसन इस्टीट्यूट में दक्षिण एशियाई विदेश नीति और रक्षा रणनीति की विशेषज्ञ अपर्णा पांडेय के अनुसार, इमरान द्वारा अमेरिकी प्रशासन पर आरोप लगाने वाला भाषण देने से अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों में खटास आएगी।इमरान की मर्जी नहीं चलने पर सब कुछ बर्बाद कर देने की उनकी फितरत से पाकिस्तान के विदेशी संबंधों को नुकसान होगा।इमरान खुद को पाकिस्तान के मसीहा के तौर पर देख रहे हैं और 30 मार्च को दिए उनके भाषण तथा तीन अप्रैल को उन्होंने जो किया उससे यह दिखाई पड़ रहा है। हालांकि, अपने घमंड के कारण वह यह स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं कि उनके पास पाकिस्तान की संसद और लोगों का समर्थन नहीं है।”
अविश्वास प्रस्ताव पर डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी के फैसले को निलंबित करने की मांग करने वाली संयुक्त विपक्ष की याचिका पर मुख्य न्यायाधीश उमर अट्टा बंदियाल की अध्यक्षता में पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय की बड़ी पीठ आज बैठक करेगी। विपक्षी दलों का कहना है कि नियमों को दरकिनार कर संसद के अंदर एकतरफा फैसला किया गया। आईन के मुताबिक इमरान खान सरकार संसद को भंग करने का फैसला नहीं कर सकती थी।