उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग-उन एक बार फिर माउंट पाइकेतो चोटी पर पहुंचे हैं, जिससे कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। दरसअसल, उत्तर कोरिया में इस चोटी को बेहद पवित्र माना जाता है और ऐसी मान्यता है कि यहां का शीर्ष नेतृत्व जब भी कोई बड़ा फैसला लेता है तो इस चोटी पर जरूर पहुंचता है।
किम इससे पहले अक्टूबर में सफेद घोड़े पर सवार होकर 'माउंट पाइकेतो' चोटी पर नजर आए थे, जब बर्फ से ढकी इस चोटी का दृश्य किसी फिल्मी परिदृश्य सा नजर आया था। उस तस्वीर ने कथित तौर पर भूख और गरीबी से त्रस्त उत्तर कोरिया की एक अलग ही रूप को पेश किया था।
अब एक बार फिर किम इसी चोटी पर पहुंचे हैं। पिछली बार जहां वह अकेले देखे गए थे, वहीं इस बार किम अपनी पत्नी री सोल-जू केसाथ यहां पहुंचे। किम यहां एक बार फिर सफेद घोड़े पर ब्राउन ओवरकोट और बूट्स में नजर आए, जबकि उनकी पत्नी काले रंग के परिधान में नजर आईं। किम जब अक्टूबर में यहां पहुंचे थे तब भी उन्होंने साफ किया था कि उत्तर कोरिया अमेरिकी प्रतिबंधों के आगे घुटने नहीं टेकेगा, बल्कि उनका सख्ती से मुकाबला करेगा।
उत्तर कोरिया ने जहां इसी सप्ताह की शुरुआत में अमेरिका को चेताते हुए कहा था कि यह अमेरिका पर निर्भर करता है उसे क्रिसमस पर क्या गिफ्ट चाहिए, वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी 2017 के अपने उस बयान का एक बार फिर जिक्र किया, जिसमें उन्हें किम को 'रॉकेटमैन' कहा था।
हालांकि अपने नेता को रॉकेटमैन कहे जाने से उत्तर कोरिया एक बार फिर भड़क गया है और सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति उसके नेता के लिए इसी तरह के शब्दों का इस्तेमाल करते रहे तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब देते हुए 'सठियाया हुआ' कहा जाएगा। बहरहाल, किम जोंग-उन का एक बार फिर माउंट पाइकेतो चोटी पहुंचना महज एक इत्तेफाक है या इसके पीछे किसी बड़े ऐलान की संभावना है, इसके लिए फिलहाल इंतजार करना होगा।