आज जब दुनिया में कई तरह की कार है और विभिन्न देशों के हुक्मरान अलग-अलग तरह की बुलेट प्रूफ कार से सफर करते हैं, दुनिया में एक ऐसा देश भी है, जहां के प्रधानमंत्री साइकिल से चलते हैं और देश के अन्य लोगों को भी प्रेरित करते हैं। ऐसा नहीं है कि यहां कार नहीं है या फिर ऐसी सड़कें नहीं हैं, जहां कार फर्राटा भर सके, पर इन सबसे बेपरवाह प्रधानमंत्री अपने दफ्तर तक जाने के लिए साइकिल का चयन करते हैं।
ये शख्स हैं नीदरलैंड के प्रधानमंत्री माइक रट, जो करीब ढाई साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी यह खास गिफ्ट भेंट कर चुके हैं। डच पीएम न सिर्फ दफ्तर जाने के लिए साइकिल की सवारी करना पसंद करते हैं, बल्कि जब कभी उन्हें मौका मिलता है, वह साइकिल से ही चलना पसंद करते हैं। इसकी वजह जहां इस देश की पुरानी संस्कृति है, वहीं पर्यावरण के प्रति प्रेम भी इसकी एक बड़ी वजह है।
साइकिल के प्रति अपने लगाव को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कुछ समय पहले मार्क रट ने कहा था कि साइकिल से चलना जहां सफर को आसान बनाता है और सड़कों पर जाम जैसी समस्याओं से दो-चार नहीं होना पड़ता, वहीं पर्यावरण को भी इससे नुकसान नहीं होता। इसके अलावे यह सुरक्षित और आसान भी है, खास तब जब छोटे-छोटे बच्चे स्कूल जाने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करते हैं।
बताया जाता है कि यहां साइकिल को लेकर लोगों में इस कदर क्रेज है कि 2018 में साइकिलों की संख्या लोगों से अधिक हो गई थी। तब इस छोटे से देश की आबादी जहां 1.8 करोड़ थी, वहीं साइकिलों की संख्या 2.3 करोड़ हो गई थी।
चूंकि यहां साइकिल का इस्तेमाल खूब होता है, इसलिए यहां साइकिल लेन भी खूब बनाए गए हैं। यहां 35,000 किलोमीटर से अधिक लंबा साइकिल लेन है, जबकि उटरेक्ट शहर में दुनिया का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड बाइक पार्क है।
साइकिल की सवारी हर किसी के लिए स्वास्थ्य के लिहाज से भी बेहद अहम है। यह न सिर्फ डायबिटीज और हृदय रोग संबंधी कई बीमारियों के खतरे को कम करने में मददगार है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी दुरुस्त करता है।
साल 2015 में हुए एक शोध में यह भी बताया गया था कि साइकिल से आवाजाही के कारण यहां सड़क दुर्घटनाएं भी कम होती हैं और हर साल औसतन 6,000 से अधिक लोगों की जान बचाई जाती है।