अमेरिका से परमाणु नि:शस्त्रीकरण को लेकर जारी बातचीत के बाद उत्तर कोरिया के रुख में पिछले दिनों नरमी के संकेत मिले थे, लेकिन अब एक बार फिर किम जोंग-उन के प्रशासन के उग्र तेवर देखने को मिल रहे हैं। उत्तर कोरिया प्रशासन ने सीधी चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उसके 'आत्मरक्षा के उपायों' को लेकर कोई सवाल किया गया तो वह 'खामोश' नहीं बैठेगा।
उत्तर कोरिया की ओर से यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जबकि तीन यूरोपीय देशों- ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने पिछले सप्ताह उत्तर कोरिया द्वारा किए मिसाइल परीक्षण पर चर्चा के लिए मंगलवार को सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की अपील की है। इन देशों ने उत्तर कोरिया के इस कदम को संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों का 'गंभीर उल्लंघन' बताया है।
यूरोपीय देशों की इस अपील के बाद संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया के राजदूत किम सोंग ने कहा कि इस मुद्दे को उठाने से प्योंगयांग की अपनी संप्रभुता की रक्षा करने की इच्छा और मजबूत होगी। उन्होंने दो टूक कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा आत्मरक्षा के लिए उठाए गए कदमों पर सवाल किए जाने से वह कभी खामोश नहीं रहेगा।
यहां उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया पर कई प्रतिबंध लगा रखे हैं। इनमें से सबसे गंभीर प्रतिबंध 2017 में एक परमाणु परीक्षण और एक लंबी दूरी की मिसाइल के परीक्षण के बाद लगाया गया था। उत्तर कोरिया ने 2006 से अभी तक 6 परमाणु परीक्षण किए हैं। उत्तर कोरिया की ओर से आखिरी परीक्षण 3 सितंबर, 2017 को किया गया था।