योग के मुरीद नेताओं की जब बात होती है तो सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम हर किसी की जेहन में आता है। रोजाना नियमित तौर पर योग करने वाले पीएम मोदी दुनिया के नेताओं से भी अपील करते रहे हैं कि वे एक स्वस्थ जीवनशैली के लिए इसे अपनाएं। पीएम मोदी के बारे में मशहूर है कि वह 1980 के दशक से ही नियमित तौर पर योग करते आ रहे हैं और प्रधानमंत्री बनने के बाद अपनी व्यस्त दिनचर्या के बावजूद वह इसके लिए हर रोज समय निकालना नहीं भूलते।
योग के मुरीदों में कई वैश्विक नेता भी हैं, जिनमें कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। बताया जाता है कि योग की कई बारीकियां उन्होंने अपनी पत्नी सोफी ग्रेगोरे ट्रूडो से सीखी हैं, जो हठ योग सिखाती हैं। उनकी एडवांस योगा पोज 'द पीकॉक' ने भी खूब सुर्खियां बटोरी, जिसमें दोनों कलाइयों के बल पर पूरे शरीर को संतुलित रखा जाता है। उन्होंने एक बार कहा था कि वह बचपन में अपने पिता को ऐसा करते देखते थे और तब बस हैरान रह जाते थे।
दक्षिण कोरियाई नेता और संयुक्त राष्ट्र संघ के पूर्व महासचिव बान की-मून योग के बड़े समर्थकों में से एक रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने 11 दिसंबर 2014 को जब हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की थी, तब बान की-मून ही इस वैश्विक संस्था के महासचिव थे। 21 जून, 2015 को जब पहला योग दिवस मनाया गया, योग मुद्रा में बान की-मून की तस्वीरों ने दुनिया का ध्यान खींचा।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का फुटबॉल को लेकर प्यार किसी से छिपा नहीं है। वह स्कूल के दिनों से ही फुटबॉल खेलते आ रहे हैं, जो उन्हें शारीरिक रूप से फिट रहने में मदद देता है। वह 1950 और 1960 के दशक से ही फुटबॉल खेलते आ रहे हैं। मौजूदा वक्त में शी की अगुवाई वाली चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने देश में फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसने दुनिया का खींचा है।