यूक्रेन से बड़ी संख्या में लोग सुरक्षित जीवन की तलाश में पोलैंड पहुंचे हैं, जहां से मर्माहत कर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। युद्ध के कारण पैदा हुए हालात ने मासूमों को भी नहीं बख्शा है, जो अपने माता-पिता के साथ सबकुछ छोड़कर एक अनिश्चित रास्ते पर चल पड़े हैं।
पोलैंड ही नहीं, रोमानिया, हंगरी में भी यूक्रेन से बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। हंगरी ने यूक्रेन में रूस के हमले के बाद से वहां से पलायन कर रहे लोगों को कानूनी सुरक्षा देने की बात कही है। हंगरी के बेरेगसुरैनी बॉर्डर से आई दो मासूम बहनों की यह तस्वीर बता रही है कि कड़ाके की ठंड में भी मासूम किन परेशानियों से गुजर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन में रूस के हमले के बाद से 240 आम नागरिकों के हताहत होने की बात कही है, जिनमें से 64 लोगों की जान भी गई है। वहीं यूक्रेन का कहना है कि रूस के हमले में बच्चों सहित 200 से अधिक लोगों की जान गई है। ऐसे में बहुत से परिवारों ने पलायन का फैसला किया।
युद्ध के कारण पैदा हुए हालात ने बच्चों के मन-मस्तिष्क पर भी गहरा असर डाला है, जिन्हें फिलहाल समझ में भी नहीं आ रहा है कि ये सब आखिर हो क्या गया है। वहीं बड़े हो रहे बच्चों में भविष्य को लेकर चिंता है और अपना सबकुछ पीछे छूट जाने का का गम भी है।
यूक्रेन में रूस के हमलों की वजह से घरों और इंफ्रास्ट्रक्चर को भी व्यापक नुकसान हुआ है। यूक्रेन के कई शहरों में बिजली और पानी की सप्लाई बाधित हुई है, जिसकी वजह से बड़ी संख्या में लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं तो खाने-पीने की चीजें भी उन्हें मुश्किल से मिल रही हैं। हर कोई इस समय बस यही प्रार्थना कर रहा है कि सबकुछ फिर से पहले जैसा हो जाए।