- ओवल ऑफिस में जो बाइडेन और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच बैठक हुई
- दोनों देशों ने साझा हितों पर एक साथ काम करने पर बल दिया
- भारत ने अमेरिका के साथ व्यापार बढ़ाए जाने पर खास जोर दिया
दुनिया के दो समृद्ध लोकतांत्रिक देशों यानी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और भारत के पीएम नरेंद्र मोदी ओवल ऑफिस में एक दूसरे के आमने सामने थे। दुनिया की नजर दोनों देशों पर टिकी थी कि वो क्या संदेश देते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच नए अध्याय की शुरुआत करने जा रहे हैं तो पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार के अतिरिक्त साझा करने के लिए बहुत कुछ है। दोनों देशों के सामने साझा अवसर हैं, जिसे मिलकर हम नवनिर्माण कर सकते हैं। दोनों नेताओं की बातचीत में महात्मा गांधी के विचारों का कई बार जिक्र आया।
जो बाइडेन- पीएम मोदी मुलाकात की खास बातें
- आज हम भारत-अमेरिका संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं। हर रोज चार मिलियन भारतीय अमेरिकी अमेरिका को मजबूत बना रहे हैं: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन
- भारत और अमेरिका के बीच व्यापार एक प्रमुख भूमिका निभाता रहेगा: पीएम नरेंद्र मोदी
- महात्मा गांधी हमेशा ग्रह की ट्रस्टीशिप के बारे में कहते थे। ट्रस्टीशिप की यह भावना विश्व स्तर पर समय की आवश्यकता है।
- पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा द्वारा उल्लिखित प्रत्येक विषय भारत-अमेरिका मैत्री के लिए महत्वपूर्ण हैं। COVID-19, जलवायु परिवर्तन को कम करने और क्वाड पर उनके प्रयास उल्लेखनीय है।
- पीएम नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि मुझे लंबे समय से विश्वास है कि अमेरिका-भारत संबंध हमें कई वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में मदद कर सकते हैं। वास्तव में, 2006 में वापस, मैंने कहा था कि 2020 तक भारत और अमेरिका दुनिया के सबसे करीबी देशों में होंगे।
दोस्ती के कई रंग
2014 और 2016 का पीएम नरेंद्र मोदी ने किया जिक्र
अमेरिकी राष्ट्रपति को गर्मजोशी से स्वागत के लिए धन्यवाद देना चाहुंगा। मुझे 2014 और 2016 में हमारी बातचीत याद है। उस समय आपने भारत और अमेरिका के बीच संबंधों के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया था। मुझे यह देखकर खुशी हुई कि आप इस विजन को साकार करने के लिए काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्हाइट हाउस के रूजवेल्ट रूम में आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर करते हैं। दोस्ती की भावना को स्याही में दर्ज करना।