CNG Car Maintenance Tips And Tricks: पेट्रोल-डीजल की महंगी कारें जहां अब लोगों का बजट बिगाड़ने लगी हैं, वहीं फिलहाल देशभर में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है. ऐसे में ग्राहकों के बीच CNG कारों की डिमांड काफी बढ़ गई है इससे प्रदूषण को भी नियंत्रित किया जा सकता है. आपको ये पता होना चाहिए कि इन कारों को मेंटेन करके रखना इतना आसान काम नहीं है. हालांकि इसे आसान बनाया जा सकता है. इस खबर में हम आपको बता रहे हैं कुछ आसान टिप्स और ट्रिक्स जिन्हें फॉलो करके आप अपनी CNG कार की कंडिशन टिप टॉप बनाए रख सकते हैं.
क्या आप जानते हैं कि CNG कारों का स्पार्क प्लग अलग किस्म का होता है? ये ध्यान रखें कि आपकी कार में कौन सा स्पार्क प्लग काम करता है, इसके अलावा हर 6 महीने या 10,000 किमी पर इसे बदलना बेहतर होता है.
गंदे या धूल भरे एयर फिल्टर के साथ ड्राइविंग करने से आपकी CNG कार का गैस माइलेज गिर जाता है. इसी हम सलाह देते हैं कि समय-समय पर CNG कार के एयर फिल्टर की सफाई करते रहें.
एयर फिल्टर की तर्ज पर थ्रॉटल बॉडी को भी मेंटेन करके रखने की बहुत जरूरत होती है. इससे आपकी CNG कार का एयर इंटेक बहुत सफाई से काम करने लगता है.
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आपके CNG वाहन के बेहतरीन प्रदर्शन में CNG फिल्टर्स बहुत जरूरी होते हैं. आपको नियमित रूप से वाहन के CNG रिड्यूसर फिल्टर कार्ट्रिज को ओ-रिंग से बदलना होता है. आप हर 20,000 किमी पर इसे बदल सकते हैं.
अपनी CNG कार को बेहतर स्थिति में बनाए रखने के लिए इसके टैंक की समय-समय पर जांच कराना जरूरी होता है. अगर CNG टैंक धीमे काम कर रहा हो तो आप तत्काल इसकी जांच कराएं. कई बार CNG टैंक का लेवल इसे विस्फोट का कारण बन जाता है.
अगर आपकी कार में CNG लीक होने का एहसास होता है तो घबराने की जरूरत नहीं है. किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए आपको हमेशा CNG लीकेज के संकेतों पर ध्यान देना चाहिए. अगर लगे कि CNG लीक हो रही है तो मैनुअली सिलेंडर के आउटलेट वाल्व बंद कर दें.
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CNG कार चलाने के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए आपको अपनी कार की CNG कंप्लाएंस प्लेट की जांच किसी सरकार प्रमाणित एजेंसी से करवाना चाहिए. इससे आप बड़े जुर्माने से बचे रहते हैं.
अगर आप फैक्ट्री फिटेड CNG कार चलाते हैं तो आपने देखा होगा कि यहां ऑटो मोड मिलता है. इस मोड में आपके वाहन को जरूरत पड़ने पर खुद CNG में बदलने की अनुमति मिल जाती है. इंजन जब गर्म हो जाता है जो ये CNG से पेट्रोल विकल्प पर कार को खुद ले आता है.
जितना संभव हो उतना अपनी CNG कार को कवर्ड पार्किंग में पार्क करें. इसकी वजह पेट्रोल-डीजल के मुकाबने CNG का तेजी से इवेपोरेट होना है. ढंकी हुई पार्किंग में कार खड़ी करने से इसका केबिन ठंडा बना रहता है.