नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) अब टाटा और महिंद्रा को टक्कर देगी। इसके लिए कंपनी का प्लान सामने आ गया है। दरअसर मारुति देश में अपनी कुल बाजार हिस्सेदारी बढ़ा रही है। इसके लिए कंपनी मिड साइज की एसयूवी (Maruti Mid SUV) बाजार में उतारेगी। मौजूदा समय में मारुति सुजुकी की एसयूवी सेगमेंट में हिस्सेदारी ज्यादा नहीं है।
ये है कंपनी का प्लान
कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि मारुति की वर्तमान में कुल बाजार हिस्सेदारी 45 प्रतिशत से कम है और कंपनी का इरादा इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने का है। मारुति सुजुकी के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक शशांक श्रीवास्तव ने यहां संवाददाताओं से कहा कि गैर-एसयूवी खंड में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 65 प्रतिशत से अधिक है जबकि एसयूवी खंड में हिस्सेदारी ज्यादा नहीं है।
उन्होंने कहा कि कंपनी का मूल उद्देश्य कुल बाजार में अपनी हिस्सेदारी को 50 प्रतिशत तक ले जाना है।
तेजी से बढ़ने वाली कैटेगरी है SUV
श्रीवास्तव ने कहा, 'एसयूवी सबसे बड़ी और तेजी से बढ़ने वाली श्रेणी है और मारुति की इसमें अच्छी बाजार हिस्सेदारी होनी चाहिए। कॉम्पैक्ट एसयूवी श्रेणी में सालाना बिकने वाली 6.6 लाख कारों में मारुति की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत है। लेकिन मारुति की मध्य एसयूवी खंड में कोई कार नहीं है। इस खंड में वार्षिक बिक्री 5.5 लाख इकाई की है।'
कंपनी कब पेश करेगी मिड साइज एसयूवी?
उन्होंने कहा कि मारुति कॉम्पैक्ट एसयूवी श्रेणी में अग्रणी है लेकिन मध्यम आकार की एसयूवी श्रेणी में कंपनी मौजूद नहीं है। मध्य-एसयूवी श्रेणी में प्रवेश करने की आवश्यकता है और इसके लिए कंपनी इस साल सितंबर के अंतिम सप्ताह में एक कार पेश करेगी।
पिछली सीट वाले यात्रियों के लिए भी सीट बेल्ट अनिवार्य
उन्होंने टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की सड़क दुर्घटना में मौत (Cyrus Mistry Death) के बाद वाहनों की सुरक्षा को लेकर चर्चाओं पर कहा कि कंपनी पीछे वाली सीट पर सुरक्षा बेल्ट लगाने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करेगी। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा नियामक द्वारा पिछली सीट वाले यात्रियों के लिए भी सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है लेकिन बहुत कम यात्री इसका पालन करते हैं।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)