नई दिल्ली: जापान की वाहन निर्माता कंपनी निसान दुनियाभर में 10 हजार पदों पर छंटनी करने ही योजना बना रही है। जापन की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने ये कदम खुद को मुश्किल के दौर से निकालने के लिए उठाया है। निसान इन दिनों मुश्किल दौर से गुजर रही है। इस साल मई में भी कंपनी ने अपनी वैश्विक टीम से 4,800 पदों पर छंटनी की बात कही थी। बता दें कि कंपनी के लिए दुनियाभर में कुल 1,39,000 लोग काम करते हैं।
हालांकि कंपनी ने इस संबंध में अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। कंपनी गुरुवार को होने वाली पहली तिमाही के रिजल्ट से पहले इसकी घोषणा कर सकती है। निसान के प्रवक्ता कोजी ओकुडा ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि, 'हमने अभी तक तय नहीं किया है कि हम गुरुवार को क्या घोषणाएं करेंगे और हम संभावनाओं पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।'
क्योडो न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस छंटनी का प्रभाव दक्षिण अमेरिका और अन्य क्षेत्रों पर पड़ेगा, जहां कंपनी का मुनाफा बहुत कम है। ये छंटनी निसान के वर्क फोर्स का 7 फीसदी है, जो बताती है कि कंपनी की समस्याएं कितनी गंभीर हैं। अमेरिका एवं यूरोप में कंपनी के वाहनों की बिक्री में कमी, पूर्व प्रमुख कार्लोस घोसन की अचानक गिरफ्तारी एवं फ्रांस की साझीदार रेनो के साथ तनातनी के कारण निसान मुश्किलों का सामना कर रही है।
पिछले वित्त वर्ष में निसान का शुद्ध लाभ एक दशक के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था। कंपनी ने अगले 12 माह तक मुश्किल कारोबार परिदृश्य की बात कही है। कंपनी बृहस्पतिवार को पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम जारी करेगी और निसान के प्रवक्ता ने कहा कि उससे पहले छंटनी से जुड़ी खबरों पर वह किसी तरह की टिप्पणी नहीं करेंगे।