Tips & Tricks To Save Fuel: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत अब सीधे तौर पर लोगों के बजट पर असर डालने लगी हैं. अब कार और बाइक खरीदने वाले ग्राहकों से लेकर निर्माता कंपनियों तक सभी माइलेज पर खास ध्यान देने लगे हैं. आज हम टू-व्हीलर्स के बारे में आपको जानकारी देंगे जिसके माइलेज पर राइडर के बाइक चलाने की तकनीक का सीधा असर पड़ता है. तो राइडिंग के तरीकों में कुछ बदलावों से ही काफी सारा पेट्रोल आप हर महीने बता सकते हैं, सिर्फ आपको बाइक चलाते समय इन बातों का ध्यान रखना है जो हम आपको बता रहे हैं.
बाइक चलाते समय उचित रफ्तार को बनाए रखें, क्योंकि तेजी से एक्सेलरेट करने और ब्रेक लगाते रहने से बाइक के माइलेज पर असर पड़ता है. तो बेहतर माइलेज पाने के लिए अपने स्कूटर या बाइक को एक रफ्तार पर चलाते रहें और इंजन पर जोर ना डालें. तेजी से एक्सेलरेट करेंगे तो टू-व्हीलर ज्यादा पेट्रोल पियेगा.
सही टायर प्रेशर मेंटेन करके रखना बेहतर माइलेज पाने का एक और कारगर तरीका है. टायर प्रेशर सही बना रहेगा तो रोलिंग रेजिस्टेंस कम होगा और सड़क पर बेहतर ग्रिप के अलावा आपको अच्छी हैंडलिंग भी मिलती रहेगी. कम या ज्यादा टायर प्रेशर से बाइक का बैलेंस बिगड़ता है और माइलेज भी गिरता है.
ये भी पढ़ें : ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए अब नहीं काटने होंगे RTO के चक्कर, चुटकियों में यूं होगा काम
अगर ट्रैफिक सिग्नर पर लाल बत्ती 30 सेकंड से ज्यादा की है तो आप बाइक को बंद कर दें, इससे आपकी बाइक का काफी सारा पेट्रोल महीने भर में ही बच जाएगा. आज कल सस्ती बाइक्स में भी स्टार्ट-स्टॉप सिस्टम मिलने लगा है जिससे ये काम काफी आसान हो जाता है. सिग्नल पर गाड़ी बंद करने से ना सिर्फ पेट्रोल बचता है, बल्कि पर्यावरण को नुकसान भी कम होता है.
स्कूटर और बाइक को बेहतर कंडिशन में बना कर रखेंगे तो बाकी टू-व्हीलर के मुकाबले ये आपको बेहतर माइलेज देंगे. इंजन को अच्छी स्थिति में बनाए रखें और समय-समय पर इसकी सर्विस कराते रहें. इसके अलावा इंजन ऑयल, कूलेंट और ब्रेक फ्लूड्स जैसी बाकी चीजों पर भी नजर बनाए रखें. इंजन जितना स्मूद होगा उतना ही बेहतर माइलेज आपको देगा.
पर्यावरण को नुकसान से बचाने के लिए अपने दो-पहिया के एमिशन पर नजर बनाकर रखें. हमेशा स्पार्कप्लग को साफ करके रखें और बैटरी से लगे तारों को उचित दूरी पर बनाए रखें. इसके समान एयर फिल्टर्स को भी साफ रखें. अंत में मिलावटी ईंधन से बचें और अपने टू-व्हीलर के एमिशन को हर 6 महीने में चेक कराते रहें.