उपयोग की गई कार, जिसे पूर्व मालिकाना हक वाली कार या फिर सेकंड हैंड कार के नाम से भी जाना जाता है, कोरोना वायरस महामारी के थमने के बाद भारत में इसकी मांग बढ़ती दिख रही है। इसका कारण भी सही है। कोविड-19 संकट के कारण लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ा है क्योंकि कुछ लोगों की नौकरी चली गई तो कुछ के वेतन में भारी कटौती हुई और इसके कई अनेक कारण भी हैं। इसके बावजूद समय की सबसे बड़ी मांग है कि आपके पास अपना निजी वाहन हो क्योंकि पब्लिक ट्रांसपोर्ट अब इंफेक्शन के नजरिए से खतरे से खाली नहीं है।
तो चलिए सीधे मुद्दे की बात करते हैं। कई लोग निकट भविष्य में भारत में उपयोग की गई कार का इस्तेमाल करते नजर आ सकते हैं। तो अगर सुरक्षा की दृष्टि से आप भी पुरानी कार खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो इन गलतियों को नहीं करने की ठान लीजिए और साथ ही इन बातों का खास ख्याल जरूर रखें ताकि आपके पास एकदम सही गाड़ी आए और इसकी मेंटेनेंस में आपका ज्यादा समय बर्बाद न हो।
टेस्ट ड्राइव लेना नहीं भूले - हम उपयोग की गई कार की टेस्ट ड्राइव लेने की चिंता समझते हैं क्योंकि 'क्या होगा अगर उन्होंने कार सही ढंग से साफ नहीं की है?' वैसे, ये बात जायज तो है, लेकिन हम आपको बताना चाहेंगे कि कार सर्विस के संपर्क में रहिए। ये ब्रांड सुनिश्चित करते हैं कि वाहन ठीक तरह से सैनिटाइज हो और आपकी सुरक्षा का ध्यान रखने के लिए इसका पूरा ख्याल रखा जाता है। ऐसा कीजिए, ऐसी सर्विस खोजिए जो वाहन को सैनिटाइज करती हो, लेकिन भगवान के लिए टेस्ट ड्राइव लेने से नहीं चूके क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो पता ही नहीं चलेगा कि गाड़ी की हालत कैसी है। आप गाड़ी खरीदने से पहले उसे चलाकर अच्छी तरह जांच कर लें ताकि कोई मलाल नहीं रह जाए।
खैर, यह सबसे महत्वपूर्ण कदम हैं आपको सुनिश्चित करने के लिए कोई आपको ठग नहीं रहा है। अगर आप उपयोग कार का मूल्यांकन करने के लिए गाइड की तलाश कर रहे हैं तो यहां क्लिक करें।