Chandigarh News: चंडीगढ़ में पिछले कुछ दिनों से पानी बर्बाद करने वालों के खिलाफ सख्ती की जा रही है। नगर निगम की टीमें ऐसे लोगों को पकड़कर मोटा चालान थमा रही हैं। शहर के अंदर निगम की टीमों ने पिछले दो सप्ताह के अंदर 820 लोगों को पानी बर्बाद करते हुए पकड़ा है, जिनमें से 770 को नोटिस दिया गया है। वहीं 56 लोगों को पांच—पांच हजार रुपये के चालान थमाए गए हैं। इस समय नगर निगम की टीमें शहर के हर सेक्टर में चेकिंग कर ऐसे लोगों पर नजर रख रही हैं।
पानी बर्बाद करते हुए पहली बार पकड़े जाने पर निगम लोगों को नोटिस दे रहा है। वहीं तीसरी बार पकड़े जाने पर चालान काटा जा रहा। अगर इसके बाद भी कोई पानी बर्बाद करते हुए पकड़ा जाएगा तो उसका पानी का कनेक्शन ही काट दिया जाएगा। बुधवार को नगर निगम ने कुल 63 को नोटिस जारी किया हैं। जबकि दो लोगों के चालान काटे हैं।
बता दें कि शहर में पानी की बर्बादी की शिकायतें गर्मी के दिनों में काफी बढ़ जाती हैं। ऐसे में नगर निगम विशेष अभियान चलाकर इसपर रोक लगाने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए 18 टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें सुबह और शाम पानी सप्लाई के दौरान शहरभर में चेकिंग कर रही हैं। 15 अप्रैल से शुरू हुआ यह जांच अभियान 30 जून तक जारी रहेगा।
पानी की बर्बादी रोकने के लिए निगम ने अप्रैल माह से पाईप के द्वारा गाड़ियों को धोने और बगीचों में सिंचाई करने पर पाबंदी लगा रखी है। जो लोग ऐसे करते पाए जा रहे हैं, उनका चालान काटा जा रहा है। लोग सिर्फ बाल्टी का प्रयोग करके ही पेड़—पौधों में पानी डाल सकते हैं। इसके अलावा जिनके यहां टंकी ओवरफ्लो होती मिलेगी या फिर वाटर सप्लाई लाइन में अवैध तरीके से सीधा बूस्टर पंप लगा मिलेगा, उनपर भी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही अगर किसी के घर के आगे पानी की लीकेज मिली या कूलर से पानी बहता मिला तो पहला चालान पांच हजार रुपये का कटेगा। चालान कटने के बाद उपभोक्ता जुर्माना नहीं भरेगा तो यह राशि उसके पानी के बिल में जोड़ दी जाएगी।