Chandigarh News: चंडीगढ़ में साइबर ठगों का प्रकोप लगतार बढ़ता जा रहा है। इन अपराधियों पर नकेल कसने के लिए साइबर पुलिस लगतार कार्रवाई कर रही है, लेकिन ये ठग हर बार ठगी के लिए कोई न कोई नया तरीका ढूंढ निकालते हैं। कुछ दिनों पहले तक ये ठग जहां प्रशासिनक अधिकारी बनकर लोगों के साथ ठगी कर रहे थे, वही अब ये स्वास्थ्यकर्मी बन लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ये शातिर ठग इन दिनों कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज के लिए रजिस्ट्रेशन, वेरिफिकेशन और इनाम जीतने का मैसेज भेजकर लोगों से ठगी कर रहे हैं। पिछले सप्ताह ही इस तरह की ठगी के पांच मामले दर्ज हो चुके हैं, जिसके बाद चंडीगढ़ साइबर पुलिस ने अलर्ट जारी कर लोगों को सर्तक किया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, कोरोना वैक्सीन लगवाने और न लगवाने वाले लोगों की जानकारी ऑनलाइन मौजूद है। जिसका फायदा उठाकर ये साइबर लोगों को कॉल कर रहे हैं और खुद को स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी बताते हुए दोनों वैक्सीन की डोज लगने की तारीख बताकर विश्वास हासिल करते हैं। इसके बाद बूस्टर डोज के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर निजी जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके बाद मोबाइल पर वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) भेजकर कहते हैं कि, आटीपी बताते ही रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। जिसके बाद बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं। चंडीगढ़ साइबर थाने में अब तक इस तरह की कई शिकायतें आ चुकी हैं।
इसके अलावा ये ठग इनाम जीतने का झांसा देकर भी ठगी कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, कुछ ऐसी शिकायतें भी मिली हैं, जिसमें कॉल करने वाले ने पीड़ित से कहा कि, आपने एक जागरूक नागरिक की तरह समय पर कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाकर लोगों को मोटिवेट करने का कार्य किया है। ऐसे लोगों में से कुछ को सरकार की तरफ से इनाम दिया जा रहा है। इसमें आपको भी चुना गया है। इसके बाद इनाम के लिए रजिस्ट्रेशन फार्म भरने की बात कहकर एक लिंक भेजा जाता थे। फार्म भरते ही ठग अकाउंट से पैसे निकाल लेते थे। साइबर एसपी केतन बंसल ने लोगों को सतर्क करते हुए कहा है कि, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वैक्सीन को लेकर कोई फोन नहीं किया जाता। ऐसे फोन कॉल आने पर सतर्क रहें और कोई भी जानकारी न दें। अगर स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल के वेरिफिकेशन में कुछ संदिग्ध लगे तो इसकी जानकारी पुलिस को दें।