Corona Vaccination: कोरोना से बच्चों के बचाव और अपन टीकाकरण अभियान के लक्ष्य को पूरा करने के लिए चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग हरसंभव प्रयास करने में जुटा है। हालांकि प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद भी 12-14 साल के बच्चों का टीकाकरण अभियान का लक्ष्य अब थम सा गया है। विभाग को अब टीकाकरण कराने के लिए बच्चे ही नहीं मिल रहे हैं। जिसकी वजह से विभाग ने अपनी योजना में बढ़ा बदलाव किया है। अब स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर बच्चों का टीकाकरण करेगी। विभाग की तरफ से की पूरी योजना बना ली गई है।
बता दें कि बच्चों के कोरोना टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्कूलों में लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी अभिभावकों और बच्चों पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा। जिसने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ दी है। अब इस उम्र के लिए तय किए गए लक्ष्य को हासिल करने के लिए टीम हर घर दस्तक देगी। जिससे शहर के प्रत्येक घर के चिह्नित बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित हो सके।
स्वास्थ्य विभाग की इस योजना को सफल बनाने के लिए विभाग के कर्मचारियों के अलावा इसमें आंगनबाड़ी के कर्मचारियों को भी शामिल किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, आंगनबाड़ी कर्मचारियों को हर घर में मौजूद बच्चों की संख्या के बारे में पूरी जानकारी रहती है। इनकी मदद से पूरी योजना को सफल बनाया जाएगा। ये टीम हर उस घर पहुंचेगी, जहां पर इस आयु वर्ग के बच्चे हैं।
इस योजना के अलावा टीकाकरण अभियान को गति देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने धर्म गुरुओं से भी सहयोग लेने की योजना बनाई है। इस योजना पर कार्य भी शुरू हो गया है। इनकी मदद से विभाग गली मोहल्लों में शिविर लगा रहा है। साथ ही समुदाय स्तर पर जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। विभाग की इन योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य निदेशक डॉ. सुमन सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ में 12-14 आयु वर्ग के 70.84 फीसदी बच्चों का टीकाकरण हो चुका है। वहीं 15 से 18 साल आयु वर्ग के 100 फीसदी बच्चों का टीकाकरण हो चुका है।