Chandigarh News: चंडीगढ़ में अब घर से निकलने वाले इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट (ई-वेस्ट) को सूखे और गीले कचरा में नहीं फेंक सकेंगे। क्योंकि अब ई-वेस्ट को नगर निगम अलग से प्रोसेस करेगा। अगर अब कोई शहरवासी कचरे में ई-वेस्ट फेंकता मिलेगा तो उस पर 500 रुपए का भारी- भरकम जुर्माना लगाया जाएगा। ई-वेस्ट को प्रोसेस करने के लिए चंडीगढ़ नगर निगम अब अलग से सेंटर बनाने जा रहा है। शहर में ई-वेस्ट का पहला सेंटर सेक्टर-17 स्थित नगर निगम ऑफिस में शुरू किया गया है। जल्द ही शहर के अन्य हिस्सों में इस तरह के कई सेंटर खोले जाएंगे। जिनमें लोगों को अपने ई-वेस्ट को डालना होगा।
नगर निगम की इस योजना की जानकारी देते हुए कमिश्नर आनिंदिता मित्रा ने बताया कि, ई-कचरे से छुटकारा पाने के लिए इस सेंटर को शुरू किया गया है ताकि पर्यावरण में ई-वेस्ट से प्रदूषण न फैले। नगर निगम इन सेंटरों को करो संभव संस्था के सहयोग से चलाएगा। सेंटर के शुरू होने के पहले दिन नगर निगम ने ऑफिस के पुराने डेस्कटॉप, कीबोर्ड, माउस, लैपटॉप और मोबाइल फोंस को इस ई-वेस्ट सेंटर में जमा किया। अब इसे प्रोसेस किया जाएगा। निगम कमिश्नर ने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि, वे घर से निकलने वाले ई-वेस्ट को दूसरे कचरे से अलग रखें।
बता दें कि चंडीगढ़ में पहले से ही सूखा और गीला कचरा अलग से सेग्रीगेट करना अनिवार्य है। ऐसा न करने वालों पर जुर्माना लगाया जाता है। साथ ही मेडिकल वेस्ट को भी अलग से प्रोसेस करने की व्यवस्था की गई है। अब नगर निगम ने ई वेस्ट प्रोसेस करने के लिए भी अलग से सेंटर खोल दिया है। निगम को उम्मीद है कि, इसका फायदा आने वाले दिनों में स्वच्छता सर्वेक्षण में मिलेगा। ई-वेस्ट के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए निगम द्वारा शहर में जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। जिससे लोग अपनी जिम्मेदारी को समझ इन सेंटरों पर ई-वेस्ट को जमा करा सकें।