Chandigarh News: चंडीगढ़ के सरकारी विभागों में काम करने वाले कर्मचारियों व अधिकारियों की मनमानी व लापरवाही अब नहीं चलेगी। क्योंकि चंडीगढ़ प्रशासन ने लापरवाह अफसरों पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। अब उन सभी अधिकारियों व बाबुओं पर कार्रवाई की तलवार लटकी है, जो कार्य में कोताही बरतते हैं। डीसी ने सभी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की रिपोर्ट तलब कर रखी है और अब इन सभी की समीक्षा चल रही है। इस दौरान अपने कार्य में कोताही व लापरवाही बरतने वाले सात अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
बता दें कि, वित्त एवं संपदा सचिव विजय नामदेव राव जैदी ने पिछले सप्ताह डीसी विनय प्रताप सिंह को निर्देश दिया था कि वे हर हफ्ते संपदा कार्यालय के कार्यों की समीक्षा करें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि, वे खुद समीक्षा बैठक में मौजूद रहकर सभी योजनाओं की समीक्षा करेंगे। इन बैठकों में संपदा कार्यालय के हर विभाग पर चर्चा होने के बाद ही योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा। साथ ही जिन अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही से काम में रूकावट आ रही है। उस पर सख्त कार्रवाई का निर्देश भी दिया गया है।
इस निर्देश के बाद डीसी विनय प्रताप सिंह ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। डीसी द्वारा की गई समीक्षा के दौरान सात अधिकारियों को लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया। जिसके बाद इन सभी को सस्पेंड कर दिया गया। सस्पेंड होने वालों में सीनियर असिस्टेंट शिव कुमार, अमरजोत सिंह, सरोज खिलान, शशि नगर, संदीप शर्मा, धमेंद्रा और जूनियर असिस्टेंट सुनील पायल शामिल हैं। अधिकारियों के अनुसार इन सभी को जो जिम्मेदारी दी गई थी, उसे सही ढंग से निभा नहीं रहे थे, जिसकी वजह से विभाग को राजस्व को नुकसान हो रहा था। साथ ही लोगों की शिकायतों और पेंडिंग फाइलों पर कोई उचित कार्रवाई नहीं हो रही है। जिसकी वजह इन पर यह कार्रवाई की गई।