चंडीगढ़ के एक कॉलेज में पढ़ने वाले 19 वर्षीय एक छात्र ने छात्रावास के कमरे के पंखे से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। छात्र के पिता ने आरोप लगाया कि हॉस्टल वार्डन महीनों से उनके बेटे को परेशान कर रहा था। जिससे दुखी होकर बेटे ने यह कदम उठाया। पुलिस ने पिता की शिकायत पर वार्डन के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया।
पुलिस के अनुसार मृतक बिहार के गया का रहने वाला था और कॉलेज में बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए) कोर्स का प्रथम वर्ष का छात्र था। पुलिस जांच अधिकारी बलविंदर सिंह ने कहा कि जब वह रात के खाने के लिए नहीं आया, तो उसके दोस्त छात्रावास के कमरे में उसे देखने गए, जहां वह पंखे से लटका मिला। जिसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई।
चंडीगढ़ पुलिस ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर गहनता से पूरे रूम की छानबीन की। मौके से किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला है। वहीं मृतक के पिता जो एक एक सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी हैं ने पुलिस को दिए अपने बयान में आरोप लगाया कि पिछले तीन महीनों से छात्रावास वार्डन उनके बेटे को परेशान कर रहा था। यहां तक कि उन्हें देर रात तक अपने कमरे में बुलाता था। पिता ने यह भी आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या कर दी गई है, क्योंकि वह कभी अपनी जान नहीं लेगा।
पिता ने कहा कि उनका बेटा पढ़ाई में होशियार था और कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहता था। मृतक के परिवार में उसके माता-पिता और एक छोटा भाई है, जो 12वीं कक्षा का छात्र है। पुलिस ने शनिवार को मोहाली के फेज 6 स्थित सिविल अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया। अब पुलिस को रिपोर्ट का इंतजार है। बलविंदर सिंह ने कहा कि हमने मृतक के पिता के बयान पर सोहाना पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 306 के तहत छात्रावास के वार्डन पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।