Chandigarh Police News: चंडीगढ़ में अपराध रोकने और अपराधियों की पहचाने के लिए पुलिस ने खास रणनीति बनाई है। चंडीगढ़ पुलिस अब क्राइम को रोकने के लिए शहर की विभिन्न फूड डिलिवरी कंपनियों में काम करने वाले फूड डिलीवरी ब्वॉय की मदद लेगी। इसके लिए पुलिस द्वारा स्विगी और जोमैटो जैसे कंपनियों में काम कर रहे फूड डिलीवरी ब्वायज को स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। शहर के सेक्टर-26 पुलिस लाइन में इस प्रशिक्षण सत्र की शुरुआत भी हो चुकी है। यहां पर पुलिस टीम इन डिलीवरी ब्वायज को अलग-अलग आठ बैच में ट्रेनिंग देकर अपराध रोकने और अपराधियों के पहचान के गुण सीखाएंगी।
एसएसपी कुलदीप चहल ने पुलिस की इस योजना की जानकारी देते हुए बताया कि फूड डिलीवरी ब्वाय पूरे शहर का राउंड करते हैं। कई बार इनके सामने ही अपराध होता रहता है और इन्हें पता भी नहीं चल पाता। वहीं कुछ ऐसे भी होते हैं जो ऑनलाइन बुजुर्ग, युवतियों के नंबर मिलने के बाद उसका गलत इस्तेमाल करने लगते हैं। उन्होंने बताया कि डिलीवरी ब्वायज को यह ट्रेनिंग दी जाएगी, वे किसी तरह का संदिग्ध माहौल नजर आने पर संबंधित थाना पुलिस या बीट पुलिस को भी सूचित करें। इसके अलावा इन्हें ट्रैफिक नियमों का पालना करने व पर्यावरण को बचाने की भी जानकारी दी जाएगी। जिससे ये फूड डिलीवरी ब्वाय पब्लिक को भी जागरूक कर सकें।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कई बार अपराध हो रहा होता है, लेकिन वहां से गुजरने के बाद भी लोगों को पता नहीं चल पाता है। जैसे अगर किसी घर में दो बुजुर्ग रहते हैं और वहां पर उससे ज्यादा लोगों का खाना या फिर बीयर-शराब की बोतलें मंगवाने पर फूड डिलीवरी ब्वॉय किस तरह से संदिग्ध परिस्थिति का पता लगाएं और पुलिस को सूचना दें। इसके अलावा खाली और बंद पड़े घर के आसपास संदिग्ध गतिविधियां होने व रास्ते में किसी तरह के हादसे पर पुलिस को सूचित करने के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके साथ इन डिलीवरी ब्वाय को एसएसएपी, डीएसपी, थाना, एसएचओ, बीट पुलिस के नंबर भी उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे ये जरूरत पड़ने पर सूचना दे सकें।