Chandigarh Crime News: चंडीगढ़ स्थित घर में पंजाब के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी संजय पोपली के पुत्र कार्तिक पोपली की गोली लगने से मौत हो गई। जिस वक्त ये घटना हुई उस समय विजिलेंस टीम पोपली के चंडीगढ़ स्थित आवास पर जांच के लिए आई थी। इस मामले को लेकर वरिष्ठ आइएएस की फैमिली ने आरोप लगाया है कि बेटे को विजिलेंस टीम ने शूट किया है। इधर, चंडीगढ़ के एसएसपी कुलदीप चहल ने आइएएस के परिवार के आरोपों को दरकिनार करते हुए बताया कि कार्तिक ने खुद को अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारी है।
यहां आपको बता दें कि विजिलेंस ने पंजाब के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी के चार रोज पूर्व लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत चंडीगढ़ से अरेस्ट किया था। जिसमें उनके खिलाफ विजिलेंस की ओर से जांच चल रही थी। दरअसल वरिष्ठ आइएएस को शनिवार को मोहाली स्थित न्यायालय में पेश किया जाना है। वहीं अब उनके परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित कर विजिलेंस झूठे बयान देने का दबाव बना रही थी।
इस मामले को लेकर पोपली के परिवार ने कथित तौर पर आरोप लगाया है कि उनके घर छानबीन करने आई विजिलेंस टीम व कार्तिक के बीच गहमागहमी हुई थी। इसी दौरान पोपली की पत्नी ने देखा कि विजिलेंस के एक अधिकारी ने उसके बेटे पर पिस्टल तान रखी थी। उसके बाद उसे मौके से भेज दिया गया। जब वह नीचे आई तो फायर की आवाज हुई। इसके बाद उन्हें पता चला कि उनके 26 वर्षीय बेटे कार्तिक को गोली लगी है। परिवार का आरोप है कि पंजाब के सीएम झूठी वाहवाही लूटने के लिए मामूली मामलों को भी बढ़ा चढ़ा कर पेश कर रहे हैं। अब आइएएस की पत्नी बोल रही है कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों को सजा नहीं मिलेगी वह अपने इकलौते बेटे के खून से रंगे हाथ नहीं धोएंगी।
पंजाब के सीनियर आइएएस संजय पोपली पेंशन निदेशक की पोस्ट पर थे। जिन्हें चंडीगढ से चंद रोज पहले ही विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार किया था। इस मामले में पोपली पर सीवरेज बोर्ड सीइओ रहते 7.3 करोड़ की सीवरेज परियोजना में ठेकेदार से एक प्रतिशत कमीशन की मांग का आरोप है। ठेकेदार ने बतौर पहली किश्त पोपली को 3.50 लाख दे दिए थे। इसके बाद संजय पोपली दूसरी किश्त की लगातार मांग कर रहे थे। इसके बाद हरियाणा के करनाल इलाके के ठेकेदार ने सीएम मान की हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवा दी। जिस पर उनकी गिरफ्तारी के आदेश हुए।