Drugs Destroyed: नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए शनिवार को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 30 हजार किलो से अधिक की ड्रग्स को नष्ट किया। एनसीबी ने यह कार्रवाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी व निगरानी में की। ड्रग्स के इस बड़े खेप को एक साथ 4 स्थानों पर नष्ट किया गया। इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नशीले पदार्थों की तस्करी समाज व युवाओं के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इसे जड़ से खत्म करने प्रति सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति है।
एनसीबी ने चंडीगढ़ में एक साथ 4 स्थानों पर 30,000 किलोग्राम ड्रग्स को नष्ट किया। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री भी पूरी प्रक्रिया की निगरानी करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। बता दें कि एनसीबी ने इस साल आजादी का 75वां अमृत महोत्सव के तहत 1 जून से ड्रग्स पदार्थों को नष्ट करने का अभियान शुरू किया था। जो लगातार जारी है। इस कार्यक्रम में गृह मंत्री ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बने, तो भारत सरकार ने मादक पदार्थों को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई थी। मादक पदार्थों के खिलाफ लड़ाई तेजी से और सही दिशा में आगे बढ़ रही है। हमें इसके परिणाम भी दिखने शुरू हो गए हैं।
इस अभियान के शुरू होने पर एनसीबी ने आजादी के 75 साल पूरे होने पर 75 किलोग्राम मादक प्रदार्थ नष्ट करने का लक्ष्य रखा था। देश के 11 विभिन्न राज्यों में एनसीबी ने 29 जुलाई तक 51,217 किलोग्राम से अधिक ड्रग्स को नष्ट किया था, वहीं शनिवार को चंडीगढ़ में नष्ट किए गए 30,468.784 किलोग्राम मादक पदार्थों के बाद अब कुल मात्रा लगभग 81,686 किलोग्राम तक पहुंच गई है। जो एनसीबी के लक्ष्य से ज्यादा है। नशा मुक्त भारत की लड़ाई में यह एनसीबी की एक बड़ी उपलब्धि है। ड्रग्स के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई में पहली बार गृह मंत्री व विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और मादक पदार्थों से संबंधित एजेंसियों के प्रतिनिधि एक ही मंच पर मौजूद थे।