Chandigarh Crime: नकली बीएसएनएल अधिकारी बनकर देते थे घटना को अंजाम, पुलिस से हुआ सामना तो पहुंचे जेल

Chandigarh Crime: 'स्पेशल 26' फिल्‍म की तर्ज पर बीएचएनएल अधिकारी बनकर बीएसएनएल की केबल चोरी करने वाले चार चोरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये आरोपी काफी समय से बीएसएनएल की केबल चोरी कर बेच रहे थे। पुलिस पूछताछ कर पता लगा रही है कि, आरोपितों ने अभी तक कितनी केबल चोरी की है।

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नकली बीएसएनएल अधिकारी बनकर चोरी करने वाले गैंग को पुलिस ने दबोचा  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • चंडीगढ़ पुलिस ने किया चार शातिर चोरों को गिरफ्तार
  • आरोपी बीएसएनएल अधिकारी बनकर करते थे केबल चोरी
  • दिन में रेकी कर रात को देते थे घटना को अंजाम

Chandigarh Crime: चंडीगढ़ पुलिस ने बीएसएनएल केबल चोरी के बड़े खेल का पर्दाफाश करते हुए चार शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। ये चोर पुलिस के सामने ही केबल तार चोरी कर चलते बनते थे और पुलिस को भनक तक नहीं लगती थी। चोरी की घटना को बेखौफ अंजाम देने के लिए इन्‍होंने बीएसएनएल अधिकारियों के नकली आईडी कार्ड भी बना रखे थे। पूछताछ होने पर ये पुलिस को अपना नकली आइडी कार्ड दिखाकर चोरी के सामान समेत फरार हो जाते थे।

ये शातिर चोर केबल चोरी की घटना को ठीक उसी तरह से अंजाम देते थे, जैसे बॉलीवुड फिल्म 'स्पेशल 26' में दिखाया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, ये आरोपी शहर में नकली बीएसएनएल अधिकारी बनकर जेसीबी की मदद से जमीन खोदकर बीएसएनएल के केबल चोरी करते थे। जिसके बाद केबल को आरोपित स्क्रैप डीलर अशोक के जरिये आगे बेच देते थे।

आरोपित ऐसे पहुंचे जेल 

पुलिस ने केबल तार चोरी करने वाले गैंग के सरगना मोहाली के जुझारनगर निवासी 42 वर्षीय रविंदर उर्फ रवि, 42 वर्षीय स्क्रैप डीलर अशोक कुमार, 28 वर्षीय विजय कुमार और 28 वर्षीय संजीव कुमार को गिरफ्तार किया है। वारदात के बाद केबल ले जाने के लिए इस्तेमाल ऑटो को भी पुलिस ने बरामद किया है। यह गैंग शहर में काफी समय से चोरी की घटना को अंजाम दे रहा था। जिस वजह से गैंग को पकड़ने के लिए एसएसपी ने एसडीपीओ साउथ के सुपरविजन में सेक्टर-34 थाना प्रभारी सहित एएसआइ अजय कुमार की एक टीम बनाई थी। यह टीम काफी समय से इस गैंग की तलाश रही थी। पुलिस अब आरोपितों से पूछताछ कर रही है।

आरोपित ऐसे देते थे घटना को अंजाम

पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि, वे केबल के डकेट के ढक्कन को पहले ढीला कर देते थे। देर रात मौका पाकर मजबूती से फिस्क ढक्कन के डकेट को काटकर उपकरण और केबल चोरी कर निकल जाते थे। वारदात को पूरा करने के बाद आरोपित ऑटो में सामान रख फरार होते थे। आरोपित रवि के खिलाफ पहले भी मोहाली, पटियाला के संभू में आर्म्स एक्ट सहित चंडीगढ़ में तीन केस दर्ज हैं।

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