सिडनी: टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी रोमांचक चल रही है। ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड में टीम इंडिया को उसके सबसे छोटे टेस्ट स्कोर 36 रन पर ऑलआउट करके 8 विकेट से मैच जीता। इसके बाद अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में भारतीय टीम ने जबर्दस्त वापसी की और 8 विकेट से जीत दर्ज करके हिसाब 1-1 से बराबर कर लिया। अब दोनों टीमों के बीच तीसरा टेस्ट 7 जनवरी से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाएगा।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में अब तक 12 टेस्ट मैच खेले गए हैं। इस मैदान पर भारतीय टीम का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। उसने 1978 में यहां एकमात्र टेस्ट जीता। इसके अलावा उसे 5 में शिकस्त मिली जबकि 6 मुकाबले बेनतीजा रहे। भारतीय टीम ने सिडनी में अपना पहला टेस्ट 1947 में खेला था और तब से अब तक कुछ भारतीय गेंदबाजों ने यहां यादगार स्पेल किए हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज अनिल कुंबले ने 2004 में एससीजी पर धमाल मचाया था। 2003-04 टेस्ट सीरीज 1-1 की बराबरी पर थी। सिडनी में चौथा टेस्ट खेला जाना था। भारत ने पहले बल्लेबाजी की और सचिन तेंदुलकर 241* व वीवीएस लक्ष्मण 178 की उम्दा पारियों की बदौलत 7 विकेट पर 705 रन बनाकर पारी घोषित की। जिस विकेट पर कंगारू गेंदबाज विकेट लेने को तरस रहे थे, वहीं अनिल कुंबले ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की खटिया खड़ी कर दी।
कुंबले ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 8 विकेट चटकाए। उन्होंने जस्टिन लैंगर, मैथ्यू हेडन, रिकी पोंटिंग, डेमियन मार्टिन, साइमन कैटिच, ब्रेट ली, जेसन गिलेस्पी और नाथन ब्रेकन को आउट किया। भारत ने फिर दोबारा बल्लेबाजी की और ऑस्ट्रेलिया के सामने 442 रन का लक्ष्य रखा। कुंबले ने चौथी पारी में चार विकेट चटकाए और ऑस्ट्रेलियाई टीम की मुसीबतें बढ़ा दी। स्टीव वॉ ने 80 रन की पारी खेलकर मैच बचा लिया।
भारत ने 1947-48 में पहली बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। सीरीज का दूसरा टेस्ट सिडनी में खेला गया। मैच बारिश के कारण बाधित रहा और केवल 153.2 ओवर का खेल हो सका। भारतीय टीम पहली पारी में 188 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत ने जवाबी हमला किया और ऑस्ट्रेलिया को महज 107 रन पर समेट दिया। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में प्रभावी गेंदबाजी प्रदर्शन दौरे की हाईलाइट थी। भारतीय गेंदबाजी ईकाई के स्टार विजय हजारे थे, जिन्होंने केवल 29 रन देकर चार विकेट झटके थे। हजारे ने डोनाल्ड ब्रेडमैन, हैसेज, लिंडवॉल और टैलोन को अपना शिकार बनाया था। सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर विजय हजारे का गेंदबाजी स्पेल भारतीय मध्यम गति के तेज गेंदबाज द्वारा सर्वश्रेष्ठ में से एक है।
भारतीय टीम 2-0 की बढ़त के साथ 2018-19 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सिडनी मैदान पहुंची। भारत ने सिडनी में चाइनामैन कुलदीप यादव को मौका दिया और उन्होंने निराश नहीं किया। भारत ने अपनी पहली पारी 622 रन पर घोषित की। दौरे पर अपना पहला मैच खेल रहे कुलदीप यादव ने कंगारू बल्लेबाजों को फिरकी के जाल में उलझाया। उन्होंने 99 रन देकर पांच विकेट झटके और ऑस्ट्रेलिया 300 रन पर ऑलआउट हुई। बाएं हाथ के रिस्ट स्पिनर ने उस्मान ख्वाजा, ट्रेविस हेड, टिम पैन, नाथन लियोन और जोश हेजलवुड को अपना शिकार बनाया।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को फॉलो-ऑन दिया, लेकिन खराब मौसम के कारण मुकाबला ड्रॉ रहा। भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीती थी।
भारत ने एससीजी में 1977-78 में एकमात्र टेस्ट जीत हासिल की और चंद्रशेखर भागवत उस जीत के रचयिता थे। लेग स्पिनर ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 6 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए थे। उनके शिकारों में कोसियर, सार्जंट, कप्तान सिंप्सन, रिक्सोन, क्लार्क और थोंपसन शामिल थे। ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 213 रन पर ऑलआउट हुई और भारत को पहली पारी के आधार पर 43 रन की बढ़त मिली। बता दें कि चंद्रशेखर ने पहली पारी में कोसियर, सिंपसन और थोंपसन को कैच आउट कराया। रिक्सोन और क्लार्क को एलबीडब्ल्यू व सार्जंट को बोल्ड किया था।
ऐसा दुर्लभ ही देखने को मिलता है कि पहली पारी के समान उतने ही रन देकर गेंदबाज ने दूसरी पारी में उतने ही विकेट चटकाए हो। पहली पारी में 52 रन देकर 6 विकेट लेने वाले चंद्रशेखर ने दूसरी पारी में भी यही कमाल किया और 52 रन देकर 6 विकेट चटकाए। 1977-78 सिडनी टेस्ट में चंद्रशेखर ने 104 रन देकर कुल 12 विकेट चटकाए थे। भारत ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में यही एकमात्र जीत हासिल की है।
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