मैनचेस्टर: वेस्टइंडीज ने कोरोना वायरस के कहर के बीच शानदार अंदाज में इंग्लैंड के खिलाफ जीत के साथ टेस्ट सीरीज का आगाज किया था लेकिन उसका अंत एक बार फिर निराशाजनकर रहा। पहले टेस्ट जिस तरह वेस्टइंडीज ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 4 विकेट से जीत हासिल की थी। उस लय को वो मैनचेस्टर में खेले गए सीरीज के दूसरे और तीसरे टेस्ट में कायम नहीं रख सकी। कैरेबियाई बल्लेबाजों के पास इंग्लैंड के गेंदबाजों का कोई जवाब नहीं था। बीच बीच में थोड़ा बहुत संघर्ष गेंद और बल्ले के बीच दिखा लेकिन उस संघर्ष के थमते ही कैरेबियाई टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई।
जर्मेन ब्लैकवुड ही सीरीज में ऐसे बल्लेबाज रहे जिन्होंने डटकर इंग्लैंड के गेंदबाजों का सामना किया। लेकिन वो भी इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में 92 साल से चले आ रहे केरेबियाई क्रिकेट के एक क्रम को कायम नहीं रख पाए। साल 1928 के बाद पहली बार इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान वेस्टइंडीज का एक भी बल्लेबाज तीन अंक के आंकड़े तक नहीं पहुंच सका। साउथैम्टन में वेस्टइंडीज के लिए दूसरी पारी में मैच जिताऊ पारी खेलने वाले जर्मेन ब्लैकवुड 5 रन के अंतर से शतक से चूक गए थे। उन्होंने उस पारी में 95 रन बनाए थे।
36 सीरीज बाद नहीं बना पाया कोई सैकड़ा
1928 में जब वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम अपनी डेब्यू टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के खिलाउ उतरी थी तब उनका कोई भी बल्लेबाज सीरीज में शतक नहीं जड़ पाया था। 1928 के बाद और हालिया सीरीज के बीच दोनों टीमों के बीच 36 टेस्ट सीरीज खेली गई। और इस दौरान कम से कम एक कैरेबियाई बल्लेबाज शतक जड़ने में सफल हुआ था। लेकिन 92 साल से चला रहा ये सिलसिला वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन की भेंट चढ़ गया।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | क्रिकेट (Cricket News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल