IND vs BAN: 12 साल बाद कमाल करने वाले इशांत शर्मा को ये बात बुरी लग रही है

क्रिकेट
Updated Nov 23, 2019 | 09:30 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Ishant Sharma 5 wickets: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने 12 साल बाद भारतीय जमीन पर पारी में पांच विकेट लेने का कमाल किया है। हालांकि एक चीज को लेकर वो अब भी निराश हैं।

Ishant Sharma
Ishant Sharma with Virat Kohli at Kolkata  |  तस्वीर साभार: AP

कोलकाता: भारत-बांग्लादेश के बीच शुक्रवार को कोलकाता के इडेन गार्डन्स पर ऐतिहासिक पिंक बॉल टेस्ट शुरू हो गया। मैच का पहला दिन भारत के तेज गेंदबाजों के नाम रहा जिन्होंने बांग्लादेश को पहली पारी में कुल 102 रन पर ही समेट दिया। इस दौरान उमेश यादव ने 3 विकेट और मोहम्मद शमी ने 2 विकेट लिए लेकिन सबसे ज्यादा जिस गेंदबाज ने सुर्खियां बटोरीं वो रहे टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज इशांत शर्मा। इशांत गुलाबी गेंद से भारत के लिए 5 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बन गए हैं। उन्होंने करियर में दसवीं बार पांच विकेट लेने का कमाल किया है। आइए जानते हैं कि इशांत ने इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद क्या कहा।

इशांत शर्मा ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा कि भारतीय तेज गेंदबाजों को बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में गुलाबी गेंद से शुरू में किसी तरह की स्विंग नहीं मिली जिसके बाद उन्होंने सही लेंथ की पहचान करनी पड़ी। इशांत ने कहा, ‘लाल गेंद की तुलना में यह काफी भिन्न है। शुरू में हमने सही लेंथ से गेंदबाजी की लेकिन हमें किसी तरह की स्विंग नहीं मिली। इसके बाद हमें अहसास हुआ कि किस लेंथ पर हमें गेंद करनी चाहिए। हमने आपस में बात की और गुलाबी गेंद के लिये सही लेंथ हासिल की।’

12 साल बाद घर में 5 विकेट

पिछले एक दशक से भी अधिक समय से भारतीय टीम का हिस्सा रहे इशांत को घरेलू सरजमीं पर पारी में पांच विकेट लेने के लिये 12 साल का इंतजार करना पड़ा। इशांत ने कहा, ‘मैं अभी अपनी क्रिकेट का लुत्फ उठा रहा हूं। शुरू में मैं अपने प्रदर्शन, विकेट लेने और बल्लेबाज को परेशानी में डालने को लेकर काफी दबाव में रहता था। अब मैं ज्यादा नहीं सोचता। निश्चित तौर पर अब मेरे पास अनुभव है और मैं परिस्थितियों के अनुसार अपनी लेंथ को लेकर जल्द से जल्द सामंजस्य बिठा लेता हूं।’

हां, मुझे बुरा लगता है लेकिन..

ये 31 वर्षीय तेज गेंदबाज 2016 से वनडे टीम का हिस्सा नहीं है जबकि उन्होंने अपना आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय 2013 में खेला था। इशांत ने कहा, ‘हां इससे कभी-कभी बुरा लगता है लेकिन मैं जिंदगी के उस मोड़ पर पहुंच गया हूं जहां मैंने इन चीजों को लेकर चिंता करनी छोड़ दी है। मैं अब 31 साल का हूं और अगर मैं किसी प्रारूप में खेलने को लेकर चिंता करता हूं तो फिर मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाऊंगा।’ उन्होंने कहा, ‘मैं केवल खेलना चाहता हूं, चाहे वो रणजी ट्राफी हो या भारत की तरफ से। अगर आप खेल का लुत्फ उठाते हो तो आप अच्छा प्रदर्शन भी करोगे। अगर आप छोटी छोटी बातों पर ध्यान देते हो तो कभी सुधार नहीं कर सकते हो।’

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