लंदन: कोरोना वायरस के कहर के बीच पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रेमियों की नजरें 8 जुलाई से इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच शुरू होने वाली तीन मैचों की टेस्ट सीरीज पर अटकी हुई हैं। तकरीबन चार महीने से दुनियाभर में क्रिकेट गतिविधियां थमी हुई हैं ऐसे में धीरे-धीरे खिलाड़ियों और टीमों की मैदान पर वापसी हो रही है। हर खिलाड़ी दोबारा से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलने के लिए बेताब है लेकिन इसी बीच मंगलवार को इस बात की पुष्टि हो गई कि इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट सीरीज का पहला टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे।
रूट की गैर मौजूदगी में बेन स्टोक्स टीम की कमान संभालेंगे। स्टोक्स ने इससे पहले सीनियर स्तर पर कभी टीम का नेतृत्व नहीं किया है। ईसीबी ने मंगलवार को आधिकारिक तौर पर पहले टेस्ट मैच के लिए उन्हें इंग्लैंड का कप्तान नियुक्त किया। रूट अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण पहले टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे। रूट की पत्नी कैरी इस सप्ताह मां बनने वाली वाली है और वह अपने दूसरे बच्चे के जन्म के समय अस्पताल में रहना चाहते हैं। रूट बुधवार को टीम का शिविर छोड़ देंगे।
इंग्लिश क्रिकेट इतिहास का सबसे कम अनुभवी कप्तान
स्टोक्स पहली बार इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम की अगुवाई करेंगे। उन्होंने अब तक इंग्लैंड की तरफ से 63 टेस्ट मैचों में 4056 रन बनाने के अलावा 147 विकेट भी लिये हैं। स्टोक्स ने इसके अलावा 95 एकदिवसीय और 26 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले हैं लेकिन उन्होंने अब तक प्रथम श्रेणी, लिस्ट ए या टी20 मैचों में भी कप्तानी नहीं की है। इस तरह से वह इंग्लैंड के क्रिकेट इतिहास में सबसे कम अनुभवी कप्तान बनेंगे।
जोस बटलर होंगे उपकप्तान
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने बयान में कहा, 'पिछले साल जुलाई से रूट के साथ उप कप्तान रहे डरहम के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स साउथम्पटन में पहले टेस्ट मैच में टीम की अगुवाई करेंगे।' स्टोक्स के साथ जोस बटलर को टीम का उप-कप्तान नियुक्त किया गया है। वह पूर्व में रूट के साथ भी यह भूमिका निभा चुके हैं और सीमित ओवरों की टीम में इयोन मोर्गन के साथ उप-कप्तान हैं। ईसीबी ने कहा कि अस्पताल से लौटने के बाद रूट सात दिनों तक खुद को पृथकवास में रखेंगे और 13 जुलाई से मैनचेस्टर में होने वाले दूसरे टेस्ट से पहले टीम से जुड़ेंगे। दूसरा टेस्ट मैच 16 जुलाई से शुरू होगा।
कप्तानी से नहीं बदलेगी शैली
बेन स्टोक्स ने पहले टेस्ट के लिए कप्तान नियुक्त किए जाने के बाद कहा कि रूट की गैर मौजूदगी में इंग्लैंड की कप्तानी करने पर भी उनके खेलने की शैली नहीं बदलेगी। स्टोक्स ने कहा, 'मैं हमेशा अपनी प्रतिबद्धता और खेलने के तरीके से मिसाल कायम करना चाहता हूं। कप्तानी मिलने पर भी मेरी तरीका नहीं बदलेगी मैं बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में सकारात्मक प्रभाव छोड़ना चाहता हूं। हालात के अनुरूप में जो भी कर रहा हूं, मैं सकारात्मक रास्ता चुनता हूं।'
कप्तानी करना है फख्र की बात
स्टोक्स एंड्रयू फ्लिंटाफ के बाद इंग्लैंड की कमान संभालने वाले पहले हरफनमौला खिलाड़ी होंगे। साल 2017 में उन्हें टीम का उपकप्तान बनाया गया था लेकिन ब्रिस्टल नाइटक्लब विवाद के बाद उन्हें उपकप्तानी गंवानी पड़ी थी। पहली बार कप्तानी करने के बारे में उन्होंने कहा, इंग्लैंड की कप्तानी करना फख्र की बात है। भले ही जिंदगी में एक ही बार यह कहने का मौका मिले कि हां मैने इंग्लैंड की कप्तानी की है। हमारी टीम में कई अनुभवी खिलाड़ी हैं जिनसे मैं राय लूंगा। सभी की सलाह से लिये गए फैसले अच्छे होते हैं।
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