पुजारा ने कहा, कंगारुओं के खिलाफ इस मैच का भारतीय पेस बैटरी को है बेसब्री से इंतजार

Cheteshwar Pujara on playing pink ball test in Australia: पिछली बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर धमाल मचाने वाले चेतेश्नर पुजारा ने इस साल के अंत में खेले जाने वाले डे नाइट टेस्ट के बारे मे अपनी राय जाहिर की है।

Ishant Sharma Mohd Shami Umesh Yadav
Ishant Sharma Mohd Shami Umesh Yadav 
मुख्य बातें
  • इस साल के अंत में होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर डे नाइट टेस्ट खेलेगी टीम इंडिया
  • पहली बार विदेशी सरजमीं पर पर पिंक बॉल टेस्ट खेलने उतरेगी भारतीय टीम
  • पुजारा ने कहा, इस मैच के लिए भारतीय तेज गेंदबाज होंगे बेकरार, लेकिन बल्लेबाजों को भी रहना होगा तैयार

मुंबई: भारत के टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा का मानना है कि भारतीय तेज गेंजबाज ऑस्ट्रेलिया में पिंक बॉल टेस्ट मैच खेलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे होंगे। भारत को इस साल के अंत में होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एक डे-नाइट टेस्ट खेलना है। यह विदेशी सरजमीं पर टीम इंडिया का पहला पिंक बॉल टेस्ट होगा। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का आगाज ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर 3 दिसंबर को होगा। इसके बाद सीरीज का एडिलेड ओवल में खेला जाने वाला ब्रिस्बेन टेस्ट डे नाइट होगा। 

तेज गेंदबाज होंगे बेकरार
ऐसे में बुमराह ने कहा, बुमराह, शमी और इशांत के पास पिंक बॉल से खेलने का अनुभव है। मुझे विश्वास है कि वो इससे खेलने के लिए बेकरार होंगे। इडेन गार्डन्स में खेले गए डे नाइट टेस्ट में उन्हें निश्चित तौर पर गेंदबाजी करने में मजा आया होगा। ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में पिंक बॉल से गेंदबाजी करने में हमारे सभी तेज गेंदबाजों को अच्छा महसूस होगा। 

पिंक बॉल से खेलना है अलग तरह की चुनौती 
पुजारा ने यह भी स्वीकार किया कि डे-नाइट टेस्ट बल्लेबाजों के लिये अलग तरह की चुनौती होगा क्योंकि गुलाबी गेंद की रफ्तार और विजीबिलिटी पारंपरिक लाल गेंद से काफी अलग होती है। उन्होंने कहा, ' डे-नाइट टेस्ट या गुलाबी गेंद से खेलना, यह लाल गेंद से खेलने से बिलकुल अलग है। प्रारूप भले ही एक है लेकिन गुलाबी गेंद की रफ्तार और वह दिखने में अलग होती है। बल्लेबाज को इसकी आदत डालनी होगी।'

उन्होंने कहा कि एसजी लाल गेंद से खेलने के आदी खिलाड़ियों के लिये गुलाबी गेंद चुनौतीपूर्ण होगी। उन्होंने कहा, 'यह आसान नहीं होगा क्योंकि नेट पर काफी अभ्यास करना होगा। घरेलू स्तर पर यह आसान नहीं है। रणजी ट्रॉफी में एसजी लाल गेंद से खेलने वालों के लिये यह कठिन है। इसके लिये काफी अभ्यास चाहिये।'

पिछली बार मचाया था धमाल
चेतेश्वर पुजारा साल 2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बेहद शानदार फॉर्म में थे। सीरीज में उन्होंने 74.42 की औसत से 521 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने तीन शतक जड़े थे। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज चुना गया था। 

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