नई दिल्ली: हाल ही में इंग्लैंड में क्रिकेट के नए फॉर्मेट वाले टूर्नामेंट 'द हंड्रेड' का समापन हुआ है। ऐसे में अब सबकी नजरें यूएई में आयोजित होने जा रहे आईपीएल 2021 के दूसरे लेग की ओर मुड़ गई हैं। जो कोरोना संकट के कारण अप्रैल मई में अधूरा रह गया था। ऐसे में इंग्लैंड के एक पूर्व धाकड़ बल्लेबाज डेविड गावर ने आईपीएल में द हंड्रेड की तर्ज पर एक नियम लागू करने की वकालत की है।
गावर का मानना है कि आईपीएल में द हंड्रेड की तर्ज पर एक नया नियम लागू किया जा सकता है जिसकी निश्चित तौर पर उन्हें दरकार है। ये नियम है स्लो गेंदबाजी रेट के लिए टीम पर पेनल्टी लगाना। इस नियम के लागू होने से आईपीएल में बड़ा अंतर देखने को मिलेगा। जैसा कि द हंड्रेड के पहले सीजन में देखने को मिला।
मैचों के लंबे होने पर हुई है आईपीएल की आलोचना
पिछले कुछ सालों में आईपीएल का आलोचना लंबे मैचों की वजह से हुई है। टी20 क्रिकेट में ऐसा माना जाता रहा है कि मैच तकरीबन 3 घंटे में खत्म हो जाना चाहिए। लेकिन आईपीएल में कई बार मैच चार घंटे या उससे ज्यादा समय तक खिंचे हैं। इसी वजह से इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने द हंड्रेड टूर्नामेंट की शुरुआत की जिससे कि मैच को तीन घंटे के अंदर खत्म किया जा सके।
द हंड्रेड ने स्लो ओवर रेट के लिए किया था पेनल्टी का प्रावधान
उन्होंने दो कदम उठाकर 3 घंटे से कम समय में मैच को खत्म करने में सफलता हासिल की। पहला उन्होंने एक टी20 मैच की तुलना में 40 गेंद कम कर दी। इसके अलावा मैच को खत्म करने के लिए कट ऑफ टाइम का प्रावधान कर दिया। यदि टीमें स्लो ओवर रेट से गेंदबाजी करती हैं तो सर्कल के बाहर कम फील्डर रखने का नियम बना दिया।
गावर ने आगे कहा, यदि फाइन और पेनल्टी लगाना कारगर साबित नहीं होता है तो टीमों को ऐसी सजा देनी चाहिए जिससे कि वो गेंदबाजी में तेजी लाएं। उन्होंने कहा, मुझे स्लो ओवर रेट से ज्यादा परेशानी नहीं होती है। यदि टीमें सही ओवर रेट बनाए रखें तो ये अच्छा होगा। इस सवाल का कोई आसान जवाब नहीं है। खिलाड़ियों पर फाइन लगाने से कोई ज्यादा असर नहीं हो रहा है क्योंकि उन्हें ऐसे ही बहुत पैसे मिलते हैं। ऐसे में आपको टीमों को घेरना होगा और ऐसे नियम बनाने हों जो कारकर साबित हों।
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