अहमदाबाद: गुजरात टाइटंस के बल्लेबाज डेविड मिलर का मानना है कि स्पिनरों को खेलते समय मानसिकता में बदलाव से उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग के मौजूदा सत्र में कामयाबी मिल सकी। मिलर ने गुजरात टाइटंस के लिये 15 मैचों में 449 रन बनाये हैं जबकि कप्तान हार्दिक पांड्या ने 14 मैचों में 453 रन जोड़े हैं। दक्षिण अफ्रीका के इस बल्लेबाज ने कहा कि नेट्स पर की गई मेहनत से उन्हें काफी फायदा मिला।
उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ रविवार को होने वाले आईपीएल फाइनल से पहले कहा , 'स्पिनरों के सामने मेरे लिये यह सत्र अच्छा रहा। मैने इस पर काफी मेहनत की है। मुझे कभी लगा नहीं कि मैं स्पिनरों को नहीं खेल पा रहा हूं लेकिन मुझे इसमें मेहनत करनी थी।' उन्होंने कहा, 'मैने स्पिनरों के खिलाफ अपनी मानसिकता बदली। एक या दो चीजों में बदलाव किया। मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि हर गेंद प़र रन बनाऊं।'
मिलर ने कहा, 'अगर कोई गेंद खराब है तो मैं उसे नसीहत दे सकूं। इससे गेंदबाज पर दबाव बनता है। मानसिक रूप से मैने इस पर मेहनत की है।' उन्होंने कहा कि गुजरात के लिये सारे मैच खेलने से उनका आत्मविश्वास बढा। उन्होंने कहा, 'इस सत्र में मैने ऊपरी क्रम पर बल्लेबाजी की। सत्र की शुरूआत से सारे मैच खेले और मुझे इसमें काफी मजा आया। इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा। टीम ने मुझ पर भरोसा किया और मैं चयन की चिंता में नहीं रहा।'
मिलर ने पहले सत्र में गुजरात की कामयाबी का श्रेय सामूहिक प्रयास को दिया। उन्होंने कहा, 'यह सत्र अच्छा रहा। मेरे लिये सबसे शानदार प्रदर्शन राहुल तेवतिया का रहा। मोहम्मद शमी ने भी बेहतरीन गेंदबाजी की। ऋद्धिमान साहा ने उम्दा बल्लेबाजी की। किसी एक खिलाड़ी का नाम लेना कठिन है। सभी ने मिलकर टीम को यहां तक पहुंचाया है।'
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