लंदन: इंग्लैंड क्रिकेट टीम नए कप्तान और नए कोच के साथ कीवी टीम के खिलाफ गुरुवार को पहले टेस्ट मैच में दो-दो हाथ करने उतर रही है। बतौर पूर्णकालिक कप्तान बेन स्टोक्स का यह पहला टेस्ट है। वहीं ब्रेंडन मैकुलम का भी यह किसी भी टीम के साथ बतौर राष्ट्रीय कोच पहला मैच है। ऐसे में दोनों की जोड़ी चाहेगी कि शुरुआत जीत के साथ हो। लेकिन लॉर्ड्स के मैदान पर पिछले कुछ सालों में इंग्लैंड का प्रदर्शन परेशानी की वजह है।
10 साल में इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में जीत 7 टेस्ट
लॉर्ड्स में पिछले 10 साल में इंग्लैंड ने कुल 17 टेस्ट मैच खेले जिसमें से केवल 7 मुकाबलों में उसे जीत नसीब हुई जबकि 6 मैच में उसे हार का मुंह देखना पड़ा। वहीं 4 मुकाबले ड्रॉ रहे। पिछले चार साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2018 से अबतक इस ऐतिहासिक मैदान में खेले 6 टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 2 में जीत मिली और 2 मुकाबले ड्रॉ रहे। एक मुकाबला पाकिस्तान ने और एक भारत ने जीता। पिछले तीन टेस्ट मैच में इंग्लैंड जीत दर्ज करने में नाकाम रहा है।
बराबरी पर छूटा था इंग्लैंड-न्यूजीलैंड का पिछला मुकाबला
साल 2021 में जब इंग्लैंड और न्यूजीलैंड की टीमें इस मैदान पर भिड़ी थीं तब वो मुकाबला बराबरी पर समाप्त हुआ था। डेब्यू मैच में डेवोन कॉन्वे ने दोहरा शतक जड़कर इतिहास रचा था और इंग्लैंड को जीत हासिल करने से रोक दिया था। इसके बाद भारत के खिलाफ खेले मैच में इंग्लैंड को 151 रन के बड़े अंतर से हार का मुंह देखना पड़ा था।
कीवी टीम को लॉर्ड्स में नसीब हुई है केवल एक जीत
न्यूजीलैंड की टीम का भी लॉर्ड्स में रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है। यहां खेले 18 टेस्ट मैच में वो केवल 1 बार जीत हासिल कर सकी है। वो जीत भी उसे 23 साल पहले वर्ष 1999 में मिली थी। उस जीत के बाद से कीवी टीम ने लॉर्ड्स में कुल 5 टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ खेले हैं जिसमें से 2 ड्रा रहे और 3 में इंग्लैंड को जीत मिली।
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