लंदन: भारत की सबसे महान महिला क्रिकेटरों में शुमार झूलन गोस्वामी शनिवार को इंग्लैंड के खिलाफ करियर का आखिरी मैच खेलने उतरीं। साल 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाली झूलन के करियर का अंत 20 साल बाद क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर हो रहा है। 40 वर्षीय झूलन महिला क्रिकेट की सबसे सफल तेज गेंदबाज के रूप में खेल को अलविदा कह रही हैं।
सीरीज में 0-2 से पिछड़ रही इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। भारतीय टीम इंग्लैंड के गेंदबाजी के खिलाफ लड़खड़ागई। 39वें ओवर की आखिरी गेंद पर पूजा वस्त्राकर के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने झूलन गोस्वामी उतरीं तो मैदान का नजरा ही बदल गया।
सम्मान में हर स्टेडियम में मौजूद हर शख्स उठ खड़ा हुआ
इंग्लैंड की टीम ने उन्हें बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरते वक्त गार्ड ऑफ ऑनर दिया। मैदान पर उपस्थित सभी दर्शक झूलन के सम्मान में खड़े होकर तालियां बजा रहे थे। बल्लेबाजी के लिए जाते हुए झूलन हाथ उठाकर सबका अभिवादन कर कर रही थीं। दूसरे छोर पर बल्लेबाजी कर रही दीप्ति शर्मा भी अंपायर्स के साथ झूलन को गार्ड ऑफ देने वालों में शामिल थीं। झूलन गोस्वामी अपनी आखिरी अंतरराष्ट्रीय पारी में खाता भी नहीं खोल पाईं। फ्रेया केंप ने उन्हें पहली ही गेंद पर बोल्ड कर दिया।
169 रन पर ढेर हुई टीम इंडिया
भारतीय टीम इसके बाद 45.4 ओवर में 169 रन बनाकर ढेर हो गई। दीप्ति शर्मा एक छोर थामे रहीं और नाबाद 68 रन की पारी खेली। वहीं सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने एक बार फिर 50 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। इंग्लैंड के लिए केट क्रॉस ने 26 रन देकर 4 विकेट हासिल किए। वहीं 2-2 सफलता फ्रेया केंप और सोफी एक्लेस्टोन के हाथ लगी। 1-1 विकेट फ्रेया डेविस और चार्ली डीन के हाथ लगे।
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