मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर अपने 24 सालों के अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान दुनिया भर के तमाम गेंदबाजों के लिए खौफ का दूसरा नाम थे। कुछ ही ऐसे गेंदबाज थे जो उनको चुनौती देने में सफल रहते थे और उन्हीं में एक थे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा। इस पूर्व तेज गेंदबाज से सचिन तेंदुलकर की टक्कर उन दिनों काफी चर्चित थी और फैंस इसका पूरा लुत्फ भी उठाया करते थे। उसी दौरान एक वाकया ऐसा रहा जो काफी डरावना था। ग्लेन मैकग्रा ने उस अजीबोगरीब किस्से का खुलासा किया है।
किस मैच की बात है?
ग्लेन मैकग्रा ने 'टाइम्स ऑफ इंडिया' को दिए एक इंटरव्यू में जिस डरावने किस्से को बयां किया है, उसका ताल्लुक दिसंबर 1999 में भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच से है। ये मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के प्रतिष्ठित मैदान ए़डिलेड ओवल में खेला जा रहा था। जिस वाकये का जिक्र मैकग्रा ने किया है वो उस मैच की दूसरी पारी में हुआ था।
ऐसा क्या हुआ था?
भारत उस मुकाबले में 396 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरा था। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर उन दिनों टीम के कप्तान थे। अगर सचिन बड़ी पारी खेल जाते तो वो उस मैच को ड्रॉ करा सकते थे। सभी की नजरें उन पर टिकी थीं लेकिन उनकी पारी सिर्फ पांच गेंदों तक ही चली और वो शून्य पर ग्लेन मैकग्रा का शिकार बन गए। उन्हें एलबीडब्ल्यू करार दिया गया और सचिन को पवेलियन लौटने पर मजबूर होना पड़ा।
विवादित था वो फैसला
सचिन तो पवेलियन लौट रहे थे लेकिन अंपायर डेरिल हार्पर का वो फैसला काफी विवादित साबित हुआ। दरअसल, टीवी रीप्ले में साफ दिखा कि ग्लेन मैकग्रा की वो शॉर्ट गेंद सचिन तेंदुलकर के कंधे से टकराई थी ना कि उनके पैड्स पर। सचिन ने जब अंपायर की उठती उंगली को देखा तो वो भी सन्न रह गए थे और निराश व नाराज भी दिखे। भारत उस पारी में 100 रन के अंदर सिमट गया था और ऑस्ट्रेलिया ने वो मैच 285 रनों से जीता था।
उसके बाद मैकग्रा के साथ क्या-क्या हुआ
ग्लेन मैकग्रा ने खुलासा किया है कि उस विकेट के बाद से उन्हें फैंस का गुस्सा झेलना पड़ा था। ऐसा गुस्सा जो उन्होंने पहले कभी अनुभव नहीं किया था। उनको जान से मारने की धमकी मिलने लगी थी और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को मजबूर होकर अपने इस खिलाड़ी व उसके पूरे परिवार को अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया करवानी पड़ी थी। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में मैकग्रा इस बारे में कहते हैं, 'ये काफी अजीब था क्योंकि उस समय DRS नहीं होता था। हुआ ये था कि सचिन अभी-अभी पिच पर आए थे, उस समय तक उन्होंने कोई रन नहीं बनाया था। मैंने बाउंसर करके उनको असमंजस में डालने का प्रयास किया लेकिन गेंद ज्यादा उठी नहीं और नीचे रह गई। सचिन उन दिनों के हिसाब से कद में छोटे थे। उन्होंने झुकते हुए उस गेंद को जाने देने का प्रयास किया लेकिन गेंद उनके कंघे से जा टकराई। मैं उसके सिर के ऊपर से गिल्लियां देख सकता था। इसलिए मैंने अंपायर से आउट देने की अपील की।'
(screengrab- YouTube)
सचिन को अब भी लगता है कि..
ग्लेन मैकग्रा ने कहा, 'सचिन को आज भी यही लगता है कि उस दिन गेंद स्टंप्स के काफी दूर थी। उन दिनों अंपायर आउट दे देता था, तो वो अंतिम फैसला होता था। उसके बाद जब हम मेलबर्न और सिडनी में मैच खेलने गए तो मुझे जान से मारने की धमकियां मिलीं। मुझे सुरक्षा दी गई थी। सिडनी में मेरे परिवार को भी सुरक्षा दी गई थी क्योंकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को भी मुझे मारने की धमकियां मिल रही थीं।'
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