नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के सभी शक्तिशाली बोर्ड सदस्य आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये अहम बैठक करेंगे, जिसमें अगले चेयरमैन की नामांकन प्रक्रिया प्रमुख मुद्दा रहने वाला है। आईसीसी पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि टी20 विश्व कप 2020 के भविष्य पर फैसला अगले महीने लिया जा सकता है, ऐसे में प्राथमिक विषय अगले चेयरमैन के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया होगा। बता दें कि इस समय भारत के शशांक मनोहर आईसीसी अध्यक्ष पद पर काबिज हैं।
आईसीसी के बोर्ड सदस्य ने अपना नाम सामने नहीं आने की शर्त पर पीटीआई को बताया, 'मुझे अब भी पूरा भरोसा नहीं कि चुनाव (या चयन) के तारीख की घोषणा गुरुवार को होगी या नहीं। यह बात सही है कि शशांक मनोहर के विकल्प के लिए नामांकन प्रक्रिया पर विचार प्राथमिक एजेंडा रहने वाला है। यह भी सही है कि बोर्ड सदस्य जब मिलेंगे तो आईसीसी को अपने-अपने देशों के हालातों से अवगत कराएंगे। हालांकि, किसी प्रकार के सटीक ऐलान की अपेक्षा नहीं की जा सकती है।' एक सदस्य ने कहा कि बोर्ड प्रमुख ई-मेल लीक होने की जांच के संबंध में भी विचार कर सकता है।
चेयरमैन पद के लिए दौड़ में बने रहने के लिए एक सदय को कम से कम दो बोर्ड बैठक में शामिल होना जरूरी है और उसका नामांकन उस देश के मौजूदा या पूर्व निदेशक (बोर्ड सदस्य) करना जरूरी है। आईसीसी बोर्ड में चेयरमैन, 12 टेस्ट खेलने वाले देश, तीन सहायक देश (मलेशिया, स्कॉटलैंड और सिंगापुर इस बार), स्वतंत्र महिला निदेशक (इंद्रा नूयी) और प्रमुख कार्यकारी मनु सावने हैं।
चुनाव के समय प्रमुख कार्यकारी का वोट नहीं होता। बता दें कि इस समय शशांक मनोहर की जगह लेने के लिए ईसीबी के चेयरमैन कोलिन ग्रेव्स दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं, लेकिन किसी ने भी बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के नाम को बाहर नहीं समझा है। गांगुली या बीसीसीआई ने उनकी दावेदारी पर अभी कोई सफाई नहीं दी है।
गांगुली की दावेदारी काफी हद तक भारत के सुप्रीम कोर्ट पर निर्भर है कि वो बीसीसीआई की अंतरिम याचिका को स्वीकार करता है या नहीं। बता दें कि छह साल ऑफिस में काम करने के बाद कूलिंग ऑफ पीरियड अनिवार्य है, ऐसे में गांगुली और सचिव जय शाह का समय समाप्त हो सकता है। अगर सुप्रीम कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर ली कि कार्यकाल में बदलाव किया जा सकता है तो फिर गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर कायम रह सकते हैं और फिर वो आईसीसी चेयरमैन पद की जिम्मेदारी नहीं संभालेंगे।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन एहसान मनी ने अपने आप को इस दावेदारी से बाहर कर लिया है। उन्होंने मीडिया से इस सप्ताह की शुरुआत में कहा कि उनकी प्राथमिकता अपने देश का क्रिकेट है। यह समझा जा सकता है कि अगर कूलिंग ऑफ पीरियड खत्म होता है तो गांगुली आईसीसी चेयरमैन पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं।
बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा, 'हमें नहीं पता कि सौरव गांगुली के कोई राजनीति इरादे हैं या नहीं। अगर हैं, तो वह एक साल के लिए आईसीसी चेयरमैन बन सकते हैं और 2021 में पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार बन सकते हैं।' हालांकि अब तक यह जानकारी मिली है अगर सर्वसम्मती से पद के लिए नहीं चुना गया तो गांगुली आईसीसी चेयरमैन पद के लिए दावेदारी नहीं पेश करेंगे।
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