नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की संचालन परिषद के सदस्य जब रविवार को बैठक करेंगे तो इसमें संयुक्त अरब अमीरात में टी20 लीग की मेजबानी के लिये जरूरी सरकारी मंजूरी की स्थिति के बारे में अपडेट किया जायेगा, इसके अलावा स्वास्थ्य सुरक्षा के लिये फूलप्रूफ मानक परिचालन प्रक्रिया पर चर्चा और चीनी प्रायोजकों के संबंध में बात की जायेगी।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) आईपीएल को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कराने के लिये तैयार है, पता चला है कि बृजेश पटेल की अगुआई वाली संचालन परिषद के 10 सूत्री एजेंडे में सरकार की मंजूरी की स्थिति सबसे ऊपर है उम्मीद है कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह (दोनों का ‘कूलिंग ऑफ’ समय में छूट का मामला उच्चतम न्यायालय में है) कोषाध्यक्ष अरूण धूमल और संयुक्त सचिव जयेश जार्ज के साथ स्थायी आमंत्रित सदस्यों के तौर पर बैठक में हिस्सा लेंगे।
संचालन परिषद (जीसी) के बारे में जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर पीटीआई से कहा, 'हमारी कल बैठक है लेकिन हर कोई गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से टूर्नामेंट के यूएई में कराये जाने को लेकर हरी झंडी का इंतजार कर रहा है।' पता चला है कि चीन की मोबाइल कंपनी ‘वीवो’ के साथ करार के भविष्य को लेकर भी चर्चा होगी जो टाइटल प्रायोजन के लिये 440 करोड़ रुपये देता है।
इन सबमें सबसे अहम पहलू होगा मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी), जो फ्रेंचाइजी को सोमवार को होने वाली चर्चा के लिये सौंपी जायेगी जिसमें वे अपनी चिंताओं से संबंधित सवाल उठा सकते हैं।
रविवार को होने वाली बैठक में आईपीएल एजेंडे के मुख्य बातें इस प्रकार होंगी। पिछली तीन बैठकों के मिनट को स्वीकृति। सरकार की मंजूरी का इंतजार, हालांकि यूएई सरकार से अधिकारिक स्वीकृति का भी इंतजार है जो एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा हासिल की जायेगी।
तीसरा टूर्नामेंट का कार्यक्रम - टूर्नामेंट 19 सितंबर से शुरू होकर या तो 51 दिन का होगा या फिर 53 दिन का, अगर फाइनल को 10 सितंबर को कराया जाता है जिससे प्रसारकों को दिवाली के हफ्ते का फायदा मिल जायेगा।
चौथा चीनी प्रायोजक के संबंध में फैसला। वीवो टाइटल प्रायोजक है जबकि पेटीएम, ड्रीम 11, बाईजूस और स्विगी में चीनी निवेश है। भारत और चीन के बीच मौजूदा तनाव को देखते हुए इस मुद्दे पर भी चर्चा होगी। पूरी संभावना है कि वीवो अपना मौजूदा अनुबंध पूरा करेगा जिससे बीसीसीआई को एक साल में 440 करोड़ रूपये मिलते हैं और अंतिम समय में नया प्रायोजक ढूंढना मुश्किल होगा।
पांचवा एसओपी। इसके लिये 240 पेज का दस्तावेज तैयार किया जा चुका है जो फ्रेंचाइजी को दिया जायेगा। इसमें कोविड-19 परीक्षण से लेकर जैव सुरक्षित माहौल बनाने के बारे में सुरक्षा संबंधित उपाय शामिल हैं। इसमें टीम की संख्या को लेकर भी निर्देश होंगे जिनके 40 तक सीमित होने की संभावना है। बीसीसीआई की एसओपी को फ्रेंचाइजी द्वारा अपग्रेड किया जा सकता है, लेकिन वे इसे कम नहीं कर सकते। पता चला है कि बीसीसीआई परिवारों को ले जाने के संबंध में फैसला फ्रेंचाइजी पर छोड़ देगा।
छठा आईपीएल जीसी के सदस्यों को यात्रा करने का मौका मिलेगा या नहीं। सामान्य रूप से वे यात्रा करते हैं लेकिन जब स्वास्थ्य संबंधित संकट छाया हुआ है तो सदस्यों को यात्रा करने की अनुमति दी जायेगी या नहीं। अधिकारी ने कहा, 'आईपीएल जीसी में कुछ सीनियर नागरिक भी हैं और यात्रा में जोखिम होगा या नहीं, इस पर काफी विचार की जरूरत होगी।'
सातवां खिलाड़ी की जगह किसी अन्य को शामिल करना। अगर मूल टीम में खिलाड़ी यात्रा नहीं कर पाता है तो उसकी जगह खिलाड़ी को कैसे शामिल किया जायेगा। जैसे दक्षिण अफ्रीका की सीमा इस समय बंद है और क्विंटन डि कॉक, कगिसो रबाडा, इमरान ताहिर और एबी डिविलियर्स जैसे खिलाड़ी अपनी फ्रेंचाइजी टीमों के लिये अहम हैं।
आठवां बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) की गतिविधियां। अधिकारी ने कहा, 'संभावना है कि बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की एसीयू टीम को रखकर उनकी सेवायें ले सकता है और उन्हें उनकी सेवाओं का भुगतान करेगा।'
और नौंवा, बीसीसीआई की अपनी चिकित्सा इकाई को यूएई लेकर जायेगा या फिर वहीं पर चिकित्सकों की टीम तैयार करेगा।
दसवां, उन विशेषज्ञों के साथ बैठक जिन्होंने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट का जैव सुरक्षित माहौल तैयार किया है। इंग्लैंड ने हाल में वेस्टइंडीज के खिलाफ जैव सुरक्षित माहौल में श्रृंखला खत्म की है और अभी आयरलैंड से खेल रहा है जिसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ श्रृंखला खेली जायेगी।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | क्रिकेट (Cricket News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल