डब्लिन: आयरलैंड के क्रिकेट को स्वर्णिम दौर में पहुंचाने वाले दिग्गज क्रिकेट विलियम पोर्टरफील्ड ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उन्होंने इसकी आधिकारिक तौर पर घोषणा गुरुवार को की। 37 वर्षीय पोर्टरफील्ड ने आयरलैंड क्रिकेट बोर्ड को इसी सप्ताह अपने निर्णय से अवगत करा दिया था। इसके बाद उन्होंने आज आधिकारिक तौर पर अपने संन्यास की घोषणा कर दी।
16 साल खेली आयरलैंड के लिए क्रिकेट, बनाए लगभग 10 हजार अंतरराष्ट्रीय रन
आयरलैंड के क्रिकेट को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले पोर्टर फील्ड ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 11 शतक जड़े। इसके अलावा उन्होंने वनडे, टी20 और टेस्ट क्रिकेट में 34 बार पचास रन के आंकड़े को पार करने में सफल रहे। अपने करियर में उन्होंने तकरीबन 10 हजार रन बनाए। आयरलैंड को टेस्ट स्टेटस दिलाने में उन्होंने अहम भूमिका अदा की।
साल 2008 में बने थे टीम के कप्तान
पोर्टरफील्ड साल 2008 में टीम के कप्तान बने थे। उसके बाद उन्होंने तकरीबन 250 मैच में टीम का नेतृत्व किया। पोर्टरफील्ड ने पाकिस्तान के खिलाफ आयरलैंड के पहले टेस्ट मैच में टीम का नेतृत्व किया। इसके अलावा लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने टीम की कप्तानी की। इसके बाद उन्होंने टीम की कमान एंड्रर्यू बारबर्नी के हाथों में सौंप दी। पोर्टरफील्ड ने दो वनडे वर्ल्ड कप और पांच टी20 वर्ल्ड कप में टीम का नेतृत्व किया। साल 2011 के वर्ल्ड कप में बेंगलोर में इंग्लैंड के खिलाफ जीत उनकी वर्ल्ड कप में बतौर कप्तान सबसे बड़ी उपलब्धि रही।
देश का प्रतिनिधित्व करना गर्व की बात
कप्तानी छोड़ने के बाद से पोर्टरफील्ड टीम में एक खिलाड़ी के रूप में शामिल रहे। पिछले साल दक्षिण अफ्रीका और जिंबाब्वे के खिलाफ सुपर लीग अभियान के दौरान उन्होंने अर्धशतकीय पारियां खेली थीं। संन्यास का ऐलान करते हुए पोर्टरफील्ड ने कहा, 16 साल तक टीम का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात रही। मैं बचपन से ऐसा करना चाहता था। खेल को अलविदा करने का यह पल मेरे लिए थोड़ा अवास्तविक सा है। मैं सौभाग्यशाली रहा कि मुझे साल 2006 से ये क्रिकेट खेलने का मौका मिला और मेरी यह यात्रा शानदार रही।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | क्रिकेट (Cricket News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल