हाल ही में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड दौरे (पांच टेस्ट मैचों की सीरीज) के लिए घोषित की गई भारतीय टीम लगातार चर्चा में बनी हुई है। टेस्ट टीम में जहां कई सीनियर खिलाड़ियों की वापसी हुई है तो वहीं कई युवा तेज गेंदबाजों को स्टैंडबाई में रखा गया है। हालांकि, टीम इंडिया के फैंस को जिस खिलाड़ी की वापसी की काफी उम्मीदें थी, उसे मौका नहीं मिला। यह क्रिकेटर कोई और नहीं बल्कि तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार हैं। वह लंबे अरसे से टेस्ट टीम से बाहर हैं।
क्या खत्म हो चुका है भुवनेश्वर का टेस्ट करियर?
भुवनेश्वर कुमार ने आखिरी बार तीन साल पहले 2018 में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध टेस्ट मैच खेला था। उन्हें फिटनेस हासिल करने के बावजूद इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में जगह नहीं मिली। लाल गेंद को मूव करने की काबिलियत रखने वाले भुवनेश्वर की सबसे सबसे लंबे प्रारूप में टीम में वापसी की उम्मीद इसलिए भी थी, क्योंकि उन्होंने 2014 में इंग्लैंड की परिस्थितियों में अपनी क्षमता बखूबी दिखाई थी। उन्होंने पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 19 विकेट चटकाए थे।
हालांकि, अब भुवनेश्वर की वापसी नहीं हो तो सवाल उठ रहे हैं कि क्या तेज गेंदबाज का टेस्ट करियर खत्म हो चुका है। भुवनेश्वर के बदले बीसीसीआई की राष्ट्रीय चयन समिति ने इंग्लैंड दौरे के लिए जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा, उमेश यादव, शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज को तरजीह दी है, जो प्रभावी प्रदर्शन में कामयाब रहे हैं। ऐसे में भुवनेश्वर का जल्द टेस्ट टीम में लौटना मुश्किल नजर आता है।
भुवनेश्वर ने 15 महीने बाद की थी वापसी
भुवनेश्वर को चोट के चलते लगभग 15 महीने लगातार राष्ट्रीय टीम से बाहर रहना पड़ा था। उन्होंने मार्च में इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज से वापसी की। उन्होंने इससे पहले अंतरराष्ट्रीय मैच दिसंबर, 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। भुवनेश्वर ने इंग्लैंड के विरुद्ध टी20 के बाद वनडे सीरीज भी खेली। इसके बाद वह आईपीएल में उतरे, लेकिन कुछ मैच खेलने के बाद दोबारा चोटिल हो गए। लेकिन आईपीएल सस्पेंड होने से पहले उनकी सनराइजर्स हैदराबाद में वापसी हो गई थी, जिसकी वजह से भारतीय टीम में लौटने को लेकर भी आशा जगी।
अब तक ऐसा रहा भुवनेश्वर का टेस्ट करियर
भुवनेश्वर कुमार ने अपने टेस्ट करियर का आगाज साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था। उन्हें अभी तक सिर्फ 21 टेस्ट मैच खेलने का ही अवसर मिल पाया है। उनका इस दौरान औसत 26.1 रहा। उन्होंने 2.95 के इकॉनमी रेट से कुल 63 विकेट अपने खाते में डाले। उन्होंने चार मर्तबा 5 विकेट झटकने का भी कारनामा अंदाज दिया। वहीं, भुवनेश्वर ने बल्लेबाजी में हाथ दिखाए। उन्होंने तीन अर्धशतकीय पारियों के दम पर 552 रन जुटाए।
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