कराची: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) पर जमकर भड़ास निकाली है। मियांदाद इस बात से नाखुश हैं कि पीसीबी प्रदर्शन नहीं करने वाले खिलाड़ियों को लगातार मौका दे रहा है। दिग्गज बल्लेबाज ने यह तक कह दिया कि मौजूदा पाकिस्तानी टीम में कोई ऐसा बल्लेबाज नहीं है, जिसे ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड या भारतीय टीम में जगह मिल सके।
मियांदाद ने कहा कि जहां पाकिस्तान के पास अच्छे गेंदबाज हैं, वहीं टीम के पास बिलकुल अच्छे बल्लेबाज नहीं हैं। मियांदाद ने न सिर्फ पाकिस्तानी बल्लेबाजों की बेइज्जती की बल्कि देश के क्रिकेट बोर्ड पर भी भड़ास निकाली, जो क्रिकेट को हल्के में लेने वाले खिलाड़ियों का समर्थन कर रहे हैं। अपनी बात को साबित करने के लिए मियांदाद ने खिलाड़ियों की तुलना दैनिक भत्ते वाले मजदूरों से कर डाली।
मियांदाद ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा, 'मैं बोर्ड से पूछना चाहता हूं कि क्या पाकिस्तान के पास कोई ऐसा बल्लेबाज है, जो भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका या न्यूजीलैंड में से किसी टीम में जगह बना सकता है? हमारा कोई बल्लेबाज इन टीमों में नहीं खेल सकता। हमारे पास गेंदबाज हैं, लेकिन कोई अच्छा बल्लेबाज नहीं। यह दुनिया दैनिक भत्ते पर चल रही है। आज रन बनाओ, पैसे लो और घर जाओ। कल रन बनाना तो हम फिर तुम्हें पैसा देंगे। आप पेशेवर हो। अगर आप काम नहीं करोगे या रन नहीं बनाओगे तो पैसे क्यों लोगे? यह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की जिम्मेदारी है। उन्हें यह भरोसा होना चाहिए कि कोई क्रिकेट को हल्के में नहीं ले जाए।'
शहजाद के बयान से भड़के मियांदाद
अहमद शहजाद ने हाल ही में कहा था कि वह अगले 12 साल तक पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हैं, जिसकी मियांदाद ने कड़ी आलोचना की थी। इस सप्ताह की शुरुआत में इंटरव्यू के दौरान शहजाद ने कहा था कि वह एक दशक से ज्यादा समय तक देश का प्रतिनिधित्व करने को तैयार हैं। शहजाद को पीसीबी ने कई मौके दिए, लेकिन वह राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह स्थापित नहीं कर सके।
शहजाद ने कहा था, 'अपनी फिटनेस और शैली को ध्यान में रखते हुए मुझे लगता है कि मैं अगले 12 साल तक पाकिस्तान के लिए खेल सकता हूं। यह बात मैं बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बोल रहा हूं।' इस पर जवाब देते हुए मियांदाद ने कहा, 'क्या 12 साल? आप 20 साल तक खेल सकते हो। मैं गारंटी दे सकता हूं। मगर इसके लिए आपको प्रदर्शन करना होगा। अगर आप रोज प्रदर्शन करें तो आपको कोई टीम से बाहर नहीं करेगा। खिलाड़ियों को टीम से बाहर तब किया जाता है, जब वह प्रदर्शन नहीं कर रहा हो या फिर दबाव में दबा हुआ हो।'
मियांदाद ने आगे कहा, 'उदाहरण के तौर पर भारत को लीजिए। वह 70, 80, 100 या 200 बनाते है, ये प्रदर्शन कहलाता है। मगर हमारी टीम में कोई भी बल्लेबाज शीर्ष टीमों के खिलाफ इस तरह का प्रदर्शन नहीं कर पाता।'
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