भारतीय स्पिनर आर अश्विन ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया है। उनके सामने अंग्रेज बल्लेबाज पूरी तरह बेबस नजर आ रहे हैं। पिंक बॉल से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट (डे-नाइट टेस्ट) में अश्विन ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 7 विकेट चटकाए थे। वह सीरीज में अब तक 24 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। चौथा और आखिरी टेस्ट शुरू होने से पहले इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने अश्विन की तारीफ की है। उन्होंने timesnownews.com से खास बातचीत में अश्विन को स्पिन के विज्ञान की तरह बताया। पनेसर ने साथ ही पिंक बॉल टेस्ट पिच कंट्रोवर्सी पर अपनी राय रखी और इंग्लैंड को टिककर बल्लेबाजी करने की नसीहत दी।
'गुलाबी गेंद से असाधारण टर्न मिलता है'
पनेसर से सवाल पूछा गया कि भारत और इंग्लैंड के बीच पिंक बॉल टेस्ट के लिए इस्तेमाल की गई पिच चर्चा का विषय बनी हुई है। कई इंग्लिश क्रिकेटरों ने विकेट की आलोचना की है जबकि कई स्पिनरों ने इसका समर्थन किया है। इसपर आपकी क्या सोचना है? जवाब में पूर्व स्पिनर ने कहा कि मुझे लगता है पिकं खेल में बहुत बड़ा फेक्टर होती है। मुझे लगता है कि जब कोई काफी धीमी गति से गेंदबाजी करता है तो पिच से गुलाबी गेंद की गति तेज हो जाती है। साथ ही इसे एक असाधारण टर्न भी मिलता है।
उन्होंने कहा कि लाल गेंद उस तरह से रिएक्ट नहीं करती है। इसलिए, मुझे लगता है कि अगले टेस्ट मैच के शुरू होने पर सभी से फिर ऐसी उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन उम्मीद करता हूं कि लाल गेंद का वैसा ही असर नहीं होगा जैसा कि गुलाबी गेंद का हुआ था। मैं एक बार फिर से वही प्रभाव नहीं देख सकता। यह टर्न हो सकती है लेकिन उतना नहीं। पिंक बॉल ने आखिरी समय में एक बड़ी भूमिका निभाई। आप देख सकते हैं, जिस तरह से इंग्लैंड के बल्लेबाज खेले थे। वे जल्दबाजी में लग रहे थे, जिसकी उन्हें आदत नहीं है।
'अश्विन 50 टेस्ट मैच और खेल सकते हैं'
पनेसर से पूछा गया कि अश्विन को उनके शानदार फॉर्म के लिए सराहा जा रहा है। कुछ विशेषज्ञ यह भी कह रहे हैं कि उन्हें सीमित ओवरों की टीम में वापस लाना चाहिए। फिलहाल उनके खाते में 400 ज्यादा टेस्ट विकेट हैं। आप अश्विन के लिए कितने विकेट की भविष्यवाणी करेंगे जब वह रिटायर होंगे? इसपर पनेसर ने कहा कि यह पूरी तरह से अश्विन के ऊपर है। क्या वह अपने टेस्ट करियर को लम्बा खींचना चाहता है या वनडे खेलना चाहते हैं? मुझे लगता है कि वह 600 या 800 टेस्ट विकेट तक हासिल कर सकते हैं, जो मुश्किल है। लेकिन मुझे लगता है कि 600-700 के बीच उनके लिए एक अच्छा लक्ष्य होगा। उन्होंने केवल 77 टेस्ट मैच खेले हैं और वह आसानी से 50 और मैच खेल सकते हैं।
'मुझे लगता है वह साइंस ऑफ स्पिन है'
पनेसर से सवाल किया गया कि आप 2012-13 में उस इंग्लैंड टीम का हिस्सा थे, जिसने, भारत में टेस्ट सीरीज जीती थी। ऐसे में आप उस टीम और वर्तमान इंग्लैंड टीम में क्या बड़े अंतर देखते हैं? पूर्व स्पिनर ने जवाब में कहा कि उस वक्त हमारे पास केविन पीटरसन थे, जिन्होंने बहुत तेजी से रन बनाए। एलेस्टेयर कुक पूरे दिन बल्लेबाजी कर सकते थे। जोनाथन ट्रॉट इंग्लैंड के लिए एक नंबर 3 पर शानदार बल्लेबाज थे और हमारे पास इयान बेल भी थे। हमारी बल्लेबाजी वास्तव में मजबूत थी, जिसने हमारी गेंदबाजों को खुद को पूरी तरह व्यक्त करने की अनुमति दी।
उन्होंने आगे कहा कि इसके अलावा हमारी टीम के बल्लेबाज अपने विपक्षी खिलाड़ियों को दबाव में लाने में सक्षम थे। मुझे लगता है कि मौजूदा इंग्लैंड टीम का शीर्ष क्रम एक मुद्दा है। उन्हें लंबे समय तक क्रीज पर टिके रहने की जरूरत है। अश्विन एक बहुत ही स्मार्ट गेंदबाज हैं। मुझे लगता है कि वह साइंस ऑफ स्पिन (स्पिन का विज्ञान) है। जिस तरह से वह खिलाड़ियों को वापस पवेलियन भेजता है, यह देखना वास्तव में बेहद अद्भुत है।
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